आज के समय में खराब जीवनशैली, अस्वास्थ्यकर भोजन और शारीरिक गतिविधियों की कमी के कारण कम उम्र में ही बच्चों में पाचन संबंधी समस्याएं हो रही हैं। पहले के समय में बच्चे घर के बाहर तरह-तरह के गेम खेलते थे, जिससे उनके शरीर की एक्सरसाइज होती थी, लेकिन आजकल के बच्चे मोबाइल फोन पर गेम खेलना, वीडियो देखना या दिन भर घर के अंदर रहना पसंद करते हैं। जिसके कारण उनके शरीर को पर्याप्त मात्रा में शारीरिक गतिविधि नहीं मिल पाती है। आस्तिक्य योग बाय माधुरी नाम के इंस्टा पेज पर योग गुरु माधुरी ने बच्चों में पाचन संबंधी समस्याओं से राहत दिलाने के लिए कुछ योगासनों के बारे में बताया है, जिन्हें करने से बच्चों का पाचन बेहतर होता है।
बच्चों की पाचन शक्ति बढ़ाने के लिए कौन सा योगासन करना चाहिए?
पाचन के लिए मलासन के फायदे- इस मुद्रा में पैरों को एक सामान दूरी पर रखकर और हिप्स को एड़ी के पास टिकाकर बैठा जाता है। मलासन पेट को दबाकर पाचन अंगों की मालिश करके पाचन को बढ़ावा देता है। पेट का ये दबाव पाचन तंत्र में ब्लड फ्लो को बढ़ाता है, जिससे पानच में सुधार होता है। यह आसन मल त्याग को बढ़ावा देकर पेट की मांसपेशियों को टोन करके कब्ज की समस्या से भी राहत दिलाता है। बेहतर पाचन को बढ़ावा देने के लिए बच्चों को मलासन की मुद्रा में बैठकर एक गिलास गुनगुना पानी पीने के लिए दें और उन्हें इस मलासन वॉक करने के लिए प्रोत्साहित करें।
पाचन के लिए वज्रासन के फायदे- वज्रासन एड़ी पर बैठकर रीढ़ की हड्डी को सीधी करके और हाथों को घुटनों पर रखकर किया जाता है। यह मुद्रा पेट के आसपास ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाकर पाचन में सुधार करती है, जो पाचन आंगों को उत्तेजित करने और पेट से जुड़ी समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करते हैं। वज्रासन पाचन तंत्र से फंसी गैस को बाहर निकालने में मदद करते है, ब्लोटिंग और एसिडिटी की परेशानी को कम करता है। खाना खाने के बाद वज्रासन करना सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद होता है क्योंकि यह खान पचाने में मदद करता है और अपच की समस्या को होने से रोकता है। इतना ही नहीं वज्रासन का शांत प्रभाव बच्चों में तनाव को कम करके बेहतर पाचन में मदद करता है।
बच्चों का पाचन बेहतर रखने के लिए मलासन और वज्रासन के साथ हेल्दी डाइट, स्वस्थ लाइफस्टाइल और अन्य तरह की गतिविधियां उनके रूटीन में भी शामिल करें।
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