गठिया जोड़ों से संबंधित एक दर्दनाक सूजन संबंधी बीमारी है. यह किसी भी उम्र में व्यक्ति को अपना शिकार बना सकता है.हर किसी को गठिया के शुरुआती लक्षणों के बारे में पता होना चाहिए ताकि शुरुआत में ही इसे आसानी से रोका जा सके.
अर्थराइटिस यानी की गठिया ज्वाइंट से जुड़ी दर्दनाक इन्फ्लेमेटरी डिजीज है. कई लोगों को गठिया के लक्षणों के बारे में पता नहीं होता है, जिसके कारण उन्हें इसके बारे में बहुत देर से पता चलता है और तब तक स्थिति गंभीर हो चुकी होती है.इसलिए हर किसी को गठिया के शुरुआती लक्षणों के बारे में पता होना चाहिए ताकि शुरुआत में ही इसे आसानी से रोका जा सके.इस विषय पर अधिक जानने के लिए एक विशेषज्ञ से सलाह ली.गठिया के शुरुआती लक्षणों के बारे में बताते हुए इन लक्षणों को नजरअंदाज न करने की सलाह दी जाती है. तो आइये जानते हैं इसके बारे में.
गठिया की समस्या क्या है?
गठिया एक प्रकार का जोड़ विकार है जिसमें शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता विपरीत तरीके से काम करती है और शरीर के स्वस्थ ऊतकों को प्रभावित करती है. इस समस्या को सूजन संबंधी बीमारी के नाम से भी जाना जाता है. दरअसल, इम्यून सिस्टम जोड़ों की परत पर हमला करता है, जिसके कारण जोड़ों में सूजन, कठोरता और दर्द महसूस होता है. रूमेटाइड गठिया जोड़ों के साथ-साथ शरीर के अन्य अंगों को भी प्रभावित करता है.यह एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर खुद को नुकसान पहुंचाने लगता है यह समस्या एक ऑटो इम्यून स्थिति है जो पुरुषों की तुलना में महिलाओं को अधिक नुकसान पहुंचाती है. आंकड़ों की बात करें तो गठिया के 50 मरीजों में से 35 शादीशुदा महिलाएं होती हैं. अगर आपके हाथ-पैरों के जोड़ों में दर्द तीन महीने से ज्यादा समय तक बना रहे तो डॉक्टर से सलाह लें. इससे आपकी स्थिति का निदान करने और उचित उपचार शुरू करने में मदद मिलेगी.
गठिया के इन शुरुआती लक्षणों को न करें नजरअंदाज.
1. कमर में दर्द-बहुत से लोग नहीं जानते कि हिप आर्थराइटिस का दर्द कमर तक फैल सकता है. हिप गठिया के कारण आपकी जांघों या नितंबों में भी दर्द हो सकता है.अगर लंबे समय तक बैठने या कोई काम करने से कमर दर्द होने लगे तो इसे नजरअंदाज न करें. यह गठिया का लक्षण हो सकता है.
2. जोड़ो में दर्द महसूस होना-यदि जोड़ों का दर्द समय के साथ धीरे-धीरे बदतर होता जा रहा है, तो यह गठिया का एक क्लासिक लक्षण है. यह दर्द कोई भी शारीरिक गतिविधि करते समय या उन्हें करने के बाद या लंबे दिन के अंत में शुरू हो सकता है. अगर आप भी ऐसा अनुभव कर रहे हैं तो इसे नजरअंदाज न करें, यह गठिया जैसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है.
3.जोड़ों में सूजन और टेंडरनेस महसूस होना-जैसे-जैसे गठिया की स्थिति बदतर होती जाती है, यह जोड़ों में सूजन और टेंडरनेस पैदा कर सकती है। जब आप जोड़ों पर दबाव डालती हैं और आपको दर्द महसूस होता है, या आस पास कोमलता महसूस होती है, तो ये गठिया का संकेत हो सकता है। इस लक्षण को भूलकर भी नजरंदाज न करें.
4. सिमेट्रिकल जॉइंट पेन-आपके शरीर के दोनों किनारों पर समान जोड़, जैसे दोनों कलाई और दोनों घुटने, अक्सर संधिशोथ से प्रभावित होते हैं. समय रहते इन पर ध्यान देना जरूरी है. अन्यथा स्थिति खराब हो सकती है, जिससे उपचार अधिक कठिन हो जाएगा.
5. लाल और धब्बेदार त्वचा-सोरायसिस एक त्वचा की स्थिति है जो त्वचा कोशिकाओं के जीवन चक्र को बदल देती है, जिससे त्वचा कोशिकाएं सतह पर बनने लगती हैं. यह लाल और धब्बेदार त्वचा की सतह के रूप में दिखाई देता है. सोरायसिस से पीड़ित लोगों को अक्सर सोरियाटिक गठिया भी होता है, जो जोड़ों और त्वचा की सूजन का कारण बनता है. अगर आपको इस प्रकार की त्वचा संबंधी समस्या है तो गठिया की जांच जरूर कराएं.
6. थकान महसूस होना-थकान के कई कारण होते हैं जैसे नींद की कमी, लंबे समय तक शारीरिक रूप से सक्रिय रहना, डिहाइड्रेशन आदि, लेकिन इन सभी समस्याओं के अलावा यह रूमेटॉइड आर्थराइटिस का संकेत भी हो सकता है. अगर थकान, बुखार और भूख न लगने के साथ वजन भी घट रहा है तो यह गठिया का संकेत है, इसे भूलकर भी नजरअंदाज न करें.
7. हाथ-पैरों में दर्द और अकड़न महसूस होना-आपके हाथों, कलाइयों और टखनों के छोटे जोड़ अक्सर सबसे पहले प्रभावित होते हैं। इन जगहों पर रुमेटीइड गठिया और अन्य प्रकार के सूजन संबंधी गठिया जैसी स्थितियां सबसे पहले देखी जाती हैं। अगर आपको इन जगहों पर अकड़न महसूस होती रहे तो इसे हल्के में न लें। इस पर सलाह के लिए डॉक्टर से सलाह लें.
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