वर्तमान समय में लोगों की जीवनशैली में तेजी से बदलाव हो रहे हैं, जिसका शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। आज के समय में लोगों पर काम का इतना दबाव है कि वो ऑफिस से आने के बाद भी तनाव से घिरे रहते हैं। तनाव और चिंता के कारण शरीर में कई अन्य गंभीर समस्याएं होने लगती हैं।ऐसे में जरूरी है कि आप अपने दिमाग को शांत रखें और तनाव से दूर रहें। अपने दिमाग को शांत रखने के लिए आप मेडिटेशन का सहारा ले सकते हैं। ध्यान तनाव को प्रबंधित करने में मदद करता है और नकारात्मक विचारों की समस्या को भी दूर कर सकता है। इस लेख में योग शिक्षक रजनीश रोजाना मेडिटेशन करने के 5 बड़े फायदों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें जानने के बाद आप भी रोजाना मेडिटेशन करना शुरू कर देंगे।
रोजाना मेडिटेशन करने से क्या होता है? ,
1. हृदय स्वास्थ्य में सुधार –
मेडिटेशन का रोजाना अभ्यास करना हार्ट हेल्थ के लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। दरअसल, तनाव हार्ट से जुड़ी समस्याओं का सबसे बड़ा कारण है। ऐसा इसलिए, क्योंकि तनाव से शरीर में हाई ब्लड प्रेशरकी समस्या हो सकती है, जिससे हार्ट पर प्रेशर पड़ता है। ऐसे में मेडिटेशन यानी ध्यान का अभ्यास करने से तनाव कम होता है, जिससे हार्ट हेल्थ बेहतर हो सकती है। इसके साथ मेडिटेशन का अभ्यास करने से शरीर से बैड कोलेस्ट्रॉल कम हो सकता है।
2. मस्तिष्क के भीतर बेहतर सामंजस्य –मेडिटेशन करने से मस्तिष्क के भीतर कई सकारात्मक परिवर्तन होते हैं, जो बेहतर सामंजस्य और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं।
3. अच्छी नींद –नियमित रूप से मेडिटेशन करने से नींद की क्वालिटी में सुधार होता है। जिन लोगों को अनिद्रा की शिकायत रहती है उनके लिए मेडिटेशन करना लाभकारी साबित हो सकता है। नियमित रूप से मेडिटेशन का अभ्यास करने से शरीर में मेलाटोनिन हार्मोन का स्तर बढ़ता है, जिससे नींद आना आसान होता है। मेडिटेशन करने से स्लीप साइकल में भी सुधार होता है, जिससे रात में देत तक जागने की समस्या भी दूर हो सकती है।
4. बेहतर फोकस –मेडिटेशन करने से फोकस और ध्यान में सुधार होता है। नियमित मेडिटेशन अभ्यास से मस्तिष्क की कार्यक्षमता बेहतर हो सकती है और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता भी बढ़ सकती है। दरअसल, मेडिटेशन से तनाव और चिंता का स्तर कम होता है, जिससे मस्तिष्क को आराम मिलता है और ध्यान केंद्रित यानी फोकस करना आसान हो जाता है। एक शांत और आरामदायक जगह चुनें और नियमित रूप से मेडिटेशन करें, दिन में 10-15 मिनट से शुरू करें और धीरे-धीरे इसे बढ़ाएं।
5. पीरियड्स संबंधी समस्याएं कम – मेडिटेशन से पीरियड्स यानी मासिक धर्म संबंधी समस्याओं में राहत मिल सकती है। मासिक धर्म के दौरान महिलाएं कई तरह की शारीरिक और मानसिक समस्याओं का सामना करती हैं, जैसे कि पेट के निचले हिस्से में दर्द, ऐंठन, मूड स्विंग्स, थकान और तनाव। मेडिटेशन से इन लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है। मेडिटेशन से शरीर में एंडोर्फिन का स्तर बढ़ता है, जिससे पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द और ऐंठन में राहत मिल सकती है। मेडिटेशन से मस्तिष्क में सेरोटोनिन का स्तर बढ़ता है, जो पीरियड्स के दौरान मूड स्विंग्स को कम करने में मदद कर सकता है।
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