कोच्चि में विस्फोटों से मरने वालों की संख्या बढ़कर तीन हुई

कोच्चि के कालामस्सेरी में रविवार सुबह यहोवा के साक्षी की प्रार्थना सभा में हुए कई विस्फोटों में घायल एक लड़की की सोमवार तड़के मौत होने जाने से मृतकों की संख्या बढ़कर तीन हो गई।कलामस्सेरी के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दम तोड़ने वाली लड़की की पहचान एर्नाकुलम जिले के मलयाट्टूर की लिबिना के रूप में हुई है। इससे पहले कल शाम को थोडुपुझा की रहने वाली 56 वर्षीय कुमारी पुष्पन ने यहां एक अस्पताल में दम तोड़ दिया था।

विस्फोट के दौरान घटनास्थल पर जिस महिला की मौत हुई है, उसकी पहचान पेरुंबवूर के इरिंगोल निवासी 55 वर्षीय लियोना पोलोस के रूप में हुई है। जिन 52 घायलों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती किया गया, उनमें से 33 का अभी भी इलाज चल रहा है। इनमें गंभीर रूप से घायल 18 लोग आईसीयू में हैं जहां चार लोगों की हालत बहुत नाजुक बनी हुई है।केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने विस्फोटों से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करने के लिए आज सर्वदलीय बैठक बुलाई है।

केरल के पुलिस महानिदेशक शेख दरवेस ने कहा कि सोशल मीडिया पर अराजक खबरें फैलाने वालों, सांप्रदायिक घृणा फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।उन्होंने यह भी कहा कि कोच्चि के कलामस्सेरी में हुए विस्फोट की जांच के लिए 20 सदस्यीय एसआईटी टीम का गठन किया गया है। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि विस्फोटों की प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि यह एक आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) था जिससे विस्फोट किया गया।

ये विस्फोट इजराइल के खिलाफ और हमास एवं फिलिस्तीन का समर्थन करने वाले केरल में विभिन्न मुस्लिम संगठनों के राज्यव्यापी प्रदर्शन के कुछ दिन बाद हुए हैं। ऐसी रिपोर्टें हैं कि हमास आतंकवादी खालिद मशाल ने केरल में फिलिस्तीन समर्थकों द्वारा आयोजित एक बैठक में वर्चुअल रूप से शामिल हुआ था। इस बीच, कोडाकारा पुलिस स्टेशन के सामने आत्मसमर्पण करने वाले व्यक्ति ने स्वीकार किया कि उसने प्रार्थना सभा हॉल में आईईडी लगाया था। उसकी पहचान थम्मनम निवासी डोमिनिक मार्टिन के रूप में हुई है।

सूत्रों के अनुसार, मार्टिन ने पुलिस स्टेशन में आत्मसमर्पण करने से ठीक तीन घंटे पहले अपने फेसबुक अकाउंट पर एक लाइव वीडियो भी पोस्ट किया था। उस वीडियो में उसने सीरियल ब्लास्ट की जिम्मेदारी ली थी और कहा था कि वह आत्मसमर्पण करने के लिए पुलिस स्टेशन जा रहा है। उसने यह भी कहा था कि मीडिया को यह नहीं दिखाना चाहिए कि विस्फोट कैसे किया गया। वीडियो जारी होने के बाद उसका फेसबुक पेज गायब हो गया।

माट्रिन ने कहा कि वह पिछले कई सालों से यहोवा के साक्षी का सदस्य है और समाज में गलत विचारों के प्रसार के बारे में जागरुक है। उसने कहा कि उसे यकीन हो गया था कि यहोवा के साक्षी बुराई फैला रहे हैं। वीडियो में यह भी कहा गया कि यह एक गलत विचार के खिलाफ प्रतिक्रिया थी। उसने कहा कि उसे राष्ट्रगान नहीं सिखाया गया था।

पुलिस ने कहा कि आईईडी को कथित रूप से प्रार्थना कक्ष में टिफिन बॉक्स में रखा गया था। इस बीच, कन्नूर पुलिस ने एक व्यक्ति के बैग में संदिग्ध सामान मिलने के बाद उसे हिरासत में लिया। झारखंड का रहने वाला वह व्यक्ति मंगलुरु से अरीकोड जा रहा था। हालांकि पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया।