आजकल के खराब खानपान और लाइफस्टाइल के कारण डायबिटीज जैसी घातक बीमारी का खतरा तेजी से बढ़ रहा है. भारत समेत दुनियाभर में डायबिटीज मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है.सबसे ज्यादा डायबिटीक मरीज भारत में हैं. डायबिटीज की मुख्य कारण हाई ब्लड शुगर होना है. एक बार जो भी डायबिटीज की चपेट में आ जाता है, उसे पूरी लाइफ इस बीमारी को झेलना पड़ता है. डायबिटीज उन लाइलाज बीमारियों में से एक है, जिसका अब तक कोई सीधा उपचार नहीं है. इससे बचने और सही रखने के लिए ब्लड शुगर लेवल का ध्यान रखना बहुत ही जरूरी है. ब्लड शुगर का हाई या लो लेवल ही डायबिटीज का संकेत देता है.
डायबिटीज जैसी क्रॉनिकल बीमारी पर व्यक्ति के खानपान से लेकर सर्दी और गर्मी का भी काफी असर पड़ता है. गर्मीके मौसम में ब्लड शुगर हाई होने के कारण डायबिटीज लेवल तेजी से बढ़ जाता है. ऐसी स्थिति से बचाव के लिए आप कुछ देसी उपाय को अपना सकते हैं. कुछ आयुर्वेदिक एक्सपर्ट्स का मानना है कि गर्मी में एक हरी चटनी आपके ब्लड शुगर को नियंत्रित कर डायबिटीज के घातक परिणामों से बचा सकती है.
इस चटनी का करे सेवन
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट्स के अनुसार गर्मी के मौसम में आम बाजार में खूब दिखाई देता है, आम को फलों का राजा कहा जाता है। लेकिन अगर आप डायबिटीज मरीज हैं तो पके हुए आम की जगह कच्चा आम लें. इसमें विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा पाई जाती हैं. साथ ही हरे यानी कच्चे आम का ग्लाइसेमिक इंडेक्स लो होता है. यही वजह है कि अगर आप गर्मियों में कच्चे आम का किसी भी तरह से उपयोग करते हैं तो इससे ब्लड शुगर को नियंत्रित किया जा सकता है. कच्चे आम की चटनी बनाकर खाना भी बहुत ही फायदेमंद होता है.
ऐसे बनाएं कच्चे आम की हरी चटनी
शुगर को नियंत्रित करने के लिए हरी चटनी में सबसे पहली चीज कच्चा हरा आम शामिल करें. इसके बाद 15 से 20 पुदीने के पत्ते, 2 से 3 हरी मिर्च, स्वादानुसार नमक और 1 से 2 कली लहसुन को शामिल करें. अब इन सभी चीजों को मिलाकर पीस लें. इसका सेवन सुबह या शाम किसी भी समय कर सकते हैं. डायबिटीज मरीजों के लिए यह चटनी वरदान साबित हो सकती है. इससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहेगा.
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