भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 500 करोड़ रुपये से अधिक की रिश्वत लेने के आरोपों को लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर निशाना साधते हुए शनिवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस ने राज्य में अपने चुनाव प्रचार अभियान के वित्तपोषण के लिए अवैध सट्टेबाजी में शामिल लोगों द्वारा लाए गए हवाला धन का उपयोग किया।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने एक संवाददाता सम्मेलन में बघेल पर लोगों के समर्थन से नहीं, बल्कि हवाला और सट्टेबाजी में शामिल लोगों की मदद से चुनाव लड़ने का आरोप लगाते हुए कहा कि देश के चुनावी इतिहास में लोगों ने पहले कभी इस प्रकार के सबूत नहीं देखे। ईरानी ने कहा, ”सत्ता में रह कर सट्टे का खेल खेला है।” दूसरी ओर, मुख्यमंत्री ने भाजपा पर सात और 17 नवंबर को राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले उन्हें निशाना बनाने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया।
ईरानी ने इसके जवाब में कहा कि प्रवर्तन निदेशालय की जांच छत्तीसगढ़ के साथ-साथ आंध्र प्रदेश पुलिस द्वारा की गई जांच के विवरण पर आधारित है। उन्होंने सवाल किया कि क्या बघेल अपनी ही सरकार को कठघरे में खड़ा कर रहे हैं। उन्होंने जांच का हवाला देते हुए कहा कि अवैध सट्टेबाजी करने वालों ने स्वयं को कार्रवाई से बचाने के लिए अधिकारियों को 64 करोड़ रुपये से अधिक की राशि दी।
ईरानी ने दावा किया कि आरोपियों के श्रव्य संदेश और बयान हैं, जो राज्य में कांग्रेस के चुनाव प्रचार अभियान के वित्तपोषण के लिए सट्टेबाजी के पैसे के इस्तेमाल और बघेल को दी गई रिश्वत से जुड़े हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को दावा किया था कि फॉरेंसिक विश्लेषण और पैसे का लेन-देन करने वाले एक व्यक्ति के बयान में “चौंकाने वाले आरोप” सामने आए हैं कि महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रवर्तकों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अब तक 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया है। ईडी ने कहा कि यह जांच का विषय है।