कांग्रेस ने चंद्रयान-3 की सफलता के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों को बधाई दी लेकिन कहा कि प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी इसका श्रेय लेने की दौड़ में सबसे आगे रहे जबकि हकीकत यह है कि उन्होंने इस टीम से जुड़े वैज्ञानिकों की अनदेखी की और उन्हें 17 महीने से वेतन नहीं मिल रहा है।
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने गुरुवार को यहां जारी एक बयान में कहा कि जैसे ही चंद्रयान-3 चांद की सतह पर उतरा श्री मोदी उससे पहले ही टीवी स्क्रीन पर आ धमके और इस टीम से जुड़े वैज्ञानिकों को मदद करने में अपनी विफलता पर पछताने की बजाए वैज्ञानिकों की मेहनत की सफलता का श्रेय लेने लगे।
उन्होंने कहा, “चंद्रयान-3 की लैंडिंग का उत्साह और गर्व लंबे समय तक हमारे साथ रहेगा। इसरो ने अध्यक्ष डॉ. सोमनाथ के नेतृत्व ने वास्तव में इतिहास रचा और इसके लिए वह और उनकी टीम को हार्दिक बधाई।”
श्री वेणुगोपाल ने कहा,‘‘इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस तरह से सामने आए और जिस तरह का पाखंड उन्होंने किया उसके लिए उन्हें जवाब देना चाहिए। आपको स्क्रीन पर आने और लैंडिंग के बाद श्रेय लेने की जल्दी थी लेकिन आपकी सरकार वैज्ञानिकों और इसरो की मदद करने में बुरी तरह विफल क्यों रही।”
कांग्रेस महासचिव ने कहा, “चंद्रयान-3 पर काम करने वाले एचईसी इंजीनियरों को पिछले 17 महीनों से वेतन क्यों नहीं मिला और आपने इतने महत्वपूर्ण मिशनों के लिए बजट में 32 प्रतिशत की कटौती क्यों की। ये हमारे देश के हीरो हैं, ये विश्वस्तरीय अंतरिक्ष अनुसंधान कार्यक्रम चलाते हैं लेकिन आपको इनकी प्रतिभा और मेहनत की कोई कद्र नहीं है। जले पर नमक छिड़कने के लिए आप तब सुर्खियों में आए जब वह क्षण वैज्ञानिकों की उपलब्धियों का जश्न मनाने के बारे में था।”