राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने मांग की है कि केंद्र सरकार को स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के अनुसार न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) देने की घोषणा करनी चाहिए।गहलोत ने ‘एक्स’ पर लिखा,”राजग सरकार को स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के मुताबिक किसानों को एमएसपी देने की घोषणा अविलम्ब करनी चाहिए तब जाकर उनको दिए गए भारत रत्न का सम्मान है।”
गहलोत के अनुसार एम एस स्वामीनाथन की पुत्री डॉ. मधुरा स्वामीनाथन ने भी कहा है कि सरकार को किसानों के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार करने की बजाय उनकी बात सुननी चाहिए और उन्हें साथ लेकर चलना चाहिए।गहलोत ने लिखा, ”संप्रग सरकार ने अपने कार्यकाल में स्वामीनाथन आयोग की 201 में से 175 सिफारिशें लागू कर दी थीं एवं बाकी पर काम जारी था। अब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे एवं पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गारंटी दी है कि केंद्र में कांग्रेस के सत्ता में आने पर कानून बनाकर किसानों को एमएसपी की गारंटी दी जाएगी।”
इसके साथ ही गहलोत ने दिल्ली-जयपुर राजमार्ग पर लगने वाले जाम का भी मुद्दा उठाया है। एक अन्य बयान में उन्होंने कहा कि एनएच-48 दिल्ली-जयपुर राजमार्ग परंपरागत रूट है तथा पिछले लगभग 15 वर्ष से इस राजमार्ग पर जनता को भारी परेशानी एवं वाहन चालकों को घंटों तक जाम का सामना करना पड़ रहा है।उन्होंने कहा कि वादे तो सभी मंत्रियों ने किए परन्तु पता नहीं किस स्तर पर लापरवाही हो रही है। उनका कहना था कि सरकार को इस स्थिति का संज्ञान लेकर यातायात आवाजाही के लिए एक वैकल्पिक योजना बनानी चाहिए जिससे वाहनों के लम्बे जाम से राहत मिल सके।