शरीर में होने वाली कमज़ोरी के कारण, लक्षण और निवारण

किसी भी काम को शुरू करने के लिए ऊर्जा और फुर्ती की जरुरत पड़ती है। कई बार ऐसा होता है कि हम किसी काम को करने बैठते हैं तो हमें थकान महसूस होने लगता है।इसी थकान को हम कमज़ोरी कहते हैं। तो आइए जानते है शरीर में होने वाली कमज़ोरी से कैसे निजात पाया जा सकता है:-

शरीर की कमज़ोरी को कैसे पहचाने :-

जब शरीर की मांसपेशियों में ऊर्जा और ताक़त की कमी होने लगती है तो पूरे शरीर में कमज़ोरी का अनुभव होने लगता है।

कमज़ोरी कितने प्रकार की होती है :-

सब्जेक्टिव कमज़ोरी:-
कमज़ोरी का एक कारण शरीर में ऊर्जा या ताक़त की कमी होता है लेकिन कई बार व्यक्ति ऊर्जा और पर्याप्त ताक़त होने के बावजूद भी कमज़ोरी का अनुभव करता है। इसे सब्जेक्टिव कमज़ोरी कहते हैं।

ऑब्जेक्टिव कमज़ोरी:-
शरीर में ऊर्जा की कमी के कारण होने वाली थकान को ऑब्जेक्टिव कमज़ोरी कहते हैं।

शरीर में होने वाली कमज़ोरी के कारण:-

ज्यादा काम करने के कारण:-
अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए हमें दिन प्रतिदिन कुछ न कुछ दैनिक अभ्यासों को करते रहना चाहिए। इसी के साथ साथ दिन भर में कई ऐसे छोटे बड़े कार्य होते हैं जो हमें करने होते हैं। इन्हें करना अच्छी बात है लेकिन यदि इनकी अति हो जाए तो ऐसे में ये परेशानी का कारण बन सकते हैं। सीमा से अधिक अभ्यास या कार्य कमज़ोरी का कारण बन सकता है।

इंडाइजेशन के कारण:-
उपापचयी क्रियाओं का सही होना हेल्थ के लिए ज़रूरी है। कई बार जब खाना सही से पच नहीं पाता है तो ऐसे में इंडाइजेशन की समस्या हो जाती है। इंडाइजेशन की समस्या के कारण ना सिर्फ़ पेट में दर्द होता है बल्कि पूरे शरीर में ऊर्जा की कमी और थकावट महसूस होती है।

थाइराइड के कारण:-
जब शरीर की थायराइड ग्रंथि आवश्यकता से अधिक क्रियाशील हो जाती है तो ऐसे में वह थायराइड हॉर्मोन का उत्पादन अधिक मात्रा में करने लगती है। इससे शरीर में थायराइड का स्तर बढ़ सकता है जो कमज़ोरी का कारण बनता है।

सही पोषण की कमी:-
जैसा कि हम जानते हैं कि शरीर में ऊर्जा के स्तर में गिरावट होने से कमज़ोरी आती है। यदि कोई व्यक्ति अपने ख़ान पान का ख्याल नहीं रखता है और पर्याप्त मात्रा में पोषण नहीं ग्रहण करता है तो ऐसे में ये कमज़ोरी को जन्म दे सकता है।

इसके अलावा कमज़ोरी के कुछ अन्य कारण भी हैं जैसे:-

पैरों और पेल्विस की मांसपेशियों में वंशानुगत बीमारियों के चलते कमज़ोरी आ जाती है जिससे बेकर मस्कुलर डिस्ट्रॉफ़ी कहते हैं।
डरमाटोमायोसायटीस मांसपेशियों से संबंधित एक बीमारी है जिसमें शरीर में सूजन और त्वचा पर लाल चकत्ते हो जाते हैं। इससे भी शरीर कमज़ोर हो जाता है अर्थात यह भी कमज़ोरी का कारण बनती है।
जब हमारे शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है तो ऐसे में कमज़ोरी का अनुभव होता है।
डायबिटीज़ से पीड़ित लोग भी कमज़ोरी का शिकार हो जाते हैं।
अनेक बीमारियों जैसे पोलियो तथा कैंसर से जूझ रहे हैं लोग भी कमज़ोरी का सामना करते हैं।

शरीर में कमज़ोरी के लक्षण:-

साँस फूलना
किसी भी कार्य को करने से पहले ही घबरा जाना
शरीर में ऊर्जा की भारी कमी महसूस करना
चक्कर आना
बेहोश हो जाना
शरीर लगातार दर्द बना रहना
शरीर में कंपन महसूस करना
अत्यधिक नींद आना लेकिन सही से नींद पूरी न होना

कमज़ोरी का निवारण या इलाज:-

संतुलित आहार का सेवन करें:-
जैसा कि हमने इस लेख में कमज़ोरी के कई कारणों की चर्चा की है और इससे हमें ये पता चला है कि ऊर्जा की कमी होने से व्यक्ति को कमज़ोरी का अनुभव होता है। इस प्रकार शरीर में ऊर्जा के स्तर को संतुलित बनाए रखना ज़रूरी है।

नियमित रूप से फल और सब्ज़ियों का सेवन करें। सुबह के नाश्ते में फलों और सब्ज़ियों के जूस को शामिल करें।

नियमित रूप से सेब और अनार खाएं। मांसाहारी लोग अपने आहार में मछली, मांस और अंडे को भी शामिल कर सकते हैं

मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान दें:-
यदि आपको डिप्रेशन, चिंता या अन्य किसी मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्या है तो ऐसे में इसे अनदेखा न करें। मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान दें और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी हुई समस्याओं के निवारण हेतु साइकोलॉजिस्ट की सलाह ले।

पर्याप्त पानी का सेवन करें:-
पानी हमारे शरीर के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण पदार्थ है। यहाँ तक कि हमारे शरीर के अंगों के निर्माण में भी पानी का एक महत्वपूर्ण है भाग जुड़ा हुआ होता है।

शरीर के सभी अंगों को सुचारु रूप से कार्यरत रखने के लिए पर्याप्त जल का सेवन करना आवश्यक है।