बवासीर की समस्या में राहत देता है कपूर, एक्सपर्ट से जानें उपयोग की विधि

कई लोग आज के समय में बवासीर से पीड़ित है और वह इसका कोई ऐसा इलाज चाहते हैं, जिससे यह समस्या आसानी से ठीक हो जाए। बवासीर एक गंभीर बीमारी है , जो मलाशय और गुदा में मौजूद रक्त वाहिकाओं में सूजन के कारण होता है। इस दौरान मल त्याग करने में काफी कठिनाई होती है। कभी-कभी तो मल के साथ खून भी आता है। पाइल्स या बवासीर दो प्रकार के होते हैं। आंतरिक बवासीर में मल के साथ खून आने लगता है।जबकि बाहरी बवासीर में गुदा के आसपास के हिस्से में सूजन आ जाती है, जिससे दर्द और जलन जैसी समस्याएं होने लगती हैं। लेकिन इससे छुटकारा पाने के लिए कई घरेलू उपाय भी हैं। इसमें आप कपूर की मदद से तेज दर्द और जलन से आसानी से राहत पा सकते हैं। दरअसल कपूर में एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटीसेप्टिक, एंटीऑक्सीडेंट, पिनेन, कैम्फेन और बी-पिनेन जैसे तत्व पाए जाते हैं। कपूर के इस्तेमाल से जलन, घाव को भरने और गैस की समस्या में काफी आराम मिलता है। इसके बारे में विस्तार से बता रहे हैं एक्सपर्ट से जानें उपयोग की विधि।

बवासीर में कपूर के फायदे
1. सूजन को कम करता है- कपूर में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन को कम करने में कारगर है। यह गुदा की नसों में सूजन को कम करके बवासीर से राहत दिलाता है।

2. जलन कम करें- कपूर के प्रयोग से बवासीर में होने वाली जलन को कम किया जा सकता है। कपूर में एंटीबैक्टीरियल और एंटीमाइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं। यह घाव में जलन और संक्रमण को दूर करता है।

3. घाव को जल्दी भरता है- कपूर के इस्तेमाल से बवासीर के घाव जल्दी भरने में मदद मिलती है। इसमें पाए जाने वाले एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल  गुण पाए जाते हैं, जो घाव को जल्दी ठीक कर सकते हैं।

4. खुजली से छुटकारा- कपूर में एंटी-इचिंग गुण होते हैं। इसका खुजली वाली जगह पर इस्तेमाल करने से त्वचा को काफी आराम मिलता है।

बवासीर में कपूर का प्रयोग कैसे करें
1. कपूर का तेल- कपूर के तेल को आप रुई या सूती कपड़े की मदद से मूत्र मार्ग में मौजूद मस्सों पर लगा सकते हैं। इससे मस्सों को ख़त्म करने में मदद मिलेगी।

2. कपूर और नारियल का तेल- कपूर और नारियल के तेल को बराबर मात्रा में मिलाकर बवासीर के मस्सों पर लगाएं। हालाँकि पहली बार लगाने पर आपको थोड़ी जलन महसूस हो सकती है लेकिन फिर आपको काफी राहत मिलेगी। इससे जलन और खुजली कम हो सकती है।

3. कपूर और सरसों का तेल- 100 ग्राम सरसों तेल में 10 ग्राम कपूर मिलाकर लगाने से दर्द में राहत मिलती है। इससे बवासीर के दर्द और सूजन में आराम मिलता है।

4. गुनगुना पानी और कपूर- 250 ग्राम पानी में 10 ग्राम कपूर मिलाकर गर्म कर लें और थोड़ी देर ठंडा होने के लिए छोड़ दें। फिर दर्द और सूजन वाली जगह को सेंक सकते हैं। इससे भी दर्द और जलन में आराम मिलता है। साथ ही संक्रमण का खतरा भी नहीं रहता है।

5. कपूर और नीम का लेप- कपूर में नीम का लेप को मिलाकर मस्से वाली जगह पर लगा सकते हैं। इससे इंफेक्शन की परेशानी नहीं होती है।

सावधानियां
कपूर का प्रयोग करते समय आपको कुछ सावधानियां भी बरतनी चाहिए। मिर्गी और पार्किंसंस के मरीजों को कपूर के सेवन से बचना चाहिए। इसके अलावा लिवर की समस्या होने पर भी कपूर का सेवन नहीं करना चाहिए। गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को डॉक्टर की सलाह के बाद ही इसका इस्तेमाल करना चाहिए। इसके अलावा अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है तो कपूर का सेवन न करें।

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