देश की दिग्गज फार्मा कंपनी कैडिला के सीएमडी राजीव मोदी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। जिसमें सेक्रेटरी के साथ बलात्कार (रेप) करने का मामला गुजरात पुलिस ने दर्ज किया है। कैडिला फार्मा के मालिक राजीव मोदी के खिलाफ गुजरात हाईकोर्ट के निर्देश पर रेप की एफआईआर दर्ज की गई है। राजीव मोदी को किसी भी समय गिरफ्तार किया जा सकता है।
कैडिला फार्मा के सीएमडी राजीव मोदी की कुछ समय तक निजी सहायक (प्राइवेट सेक्रेटरी) रही बुल्गारियाई लड़की ने बलात्कार सहित कई गंभीर आरोप लगाए हैं। अहमदाबाद के बी डिवीजन पुलिस के एसीपी एच एम कंसाग्रा ने अनुसार अदालत के आदेश के बाद हमने कैडिला फार्मास्युटिकल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक राजीव मोदी पर धारा 376 (बलात्कार), 354 (यौन उत्पीड़न), और 504 के तहत मामला दर्ज किया है।
मामले की जांच कर रहे जांच अधिकारी आरएच सोलंकी ने कहा कि पुलिस अब शिकायतकर्ता और गवाह का बयान दर्ज करेगी और उसके बाद आरोपी को गिरफ्तार किया जाएगा। सोलंकी ने कहा कि कंपनी में काम करने वाले जॉनसन मैथ्यू ने भी मदद की थी। इसलिए यह अपराध है। इसलिए वह भी इसमें शामिल है। उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
गुजरात पुलिस के सूत्रों ने बताया कि पुलिस जल्दी से जल्दी शिकायतकर्ता युवती का बयान मजिस्ट्रेट के सामने कराएगी। धारा 164 के तहत दर्ज होने वो बयान के बाद किसी भी समय कैडिला फार्मा के सीएमडी राजीव मोदी को गिरफ्तार किया जा सकता है। राजीव मोदी तथा उसकी कंपनी कैडिला फार्मा के वकील उसे बचाने के प्रयास में जुट गए हैं।
जिस बुल्गारियाई युवती ने राजीव मोदी पर रेप का आरोप लगाया है, वह युवती राजीव मोदी की निजी सहायक (सेक्रेटरी) के तौर पर कैडिला फार्मा में नौकरी कर रही थी। यह पूरा मामला सोशल मीडिया पर खूब चर्चित हो रहा है। राजीव मोदी के ”मोदी” वाल सरनेम पर भी खूब सवाल किए जा हरे हैं।
बल्गारिया की रहने वाली जिस युवती की शिकायत पर कैडिला फार्मा के मालिक राजीव मोदी के विरूद्ध एफआईआर दर्ज हुई है, उस युवती ने बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। उसका कहना है कि राजीव मोदी उसे डरा धमका कर रखता था। उसका यह भी आरोप है कि राजीव मोदी आफिस के बाथरुम में उसके साथ रेप करता था।
वह उसके आफिस में बंधक बनकर रह गई थी। बड़ी मुश्किल से किसी प्रकार वह उसके चंगुल से छुटकर भागी थी। उसे गुजरात पुलिस से भी किसी प्रकार की मदद नहीं मिल पाई। इसी कारण मजबूरन उसे कैडिला फार्मा के मालिक राजीव मोदी के विरुद्ध हाईकोर्ट में शिकायत दर्ज करानी पड़ी। एफआईआर दर्ज होने से उसे न्याय की उम्मीद पैदा हुई है।