कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय नेता राहुल गांधी 12 जनवरी को अपनी भारत जोड़ो न्याययात्रा को लेकर कोरबा आ रहे हैं। कांग्रेस की न्याय यात्रा रायगढ़ जिले से प्रारंभ होकर 12 फरवरी को कोरबा पहुंच रही है। जिसे लेकर कांग्रेस पार्टी ने पूरे शहर पोस्टर बैनर से पाट दिया गया है। ऐसे में यात्रा से पूर्व, सत्ताधारी दल के युवा नेता के एक पत्र प्रदेश की सियासत में उफान ला दिया है,
जब प्रदेश के सत्ताधारी दल भाजपा के, युवातुर्क नेता प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अमित टमकोरिया ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की न्याय यात्रा को लेकर जिला प्रशासन को पत्र लिखकर कोरबा शहर में प्रवेश करने की अनुमति निरस्त करने की मांग की है। भाजपा नेता अमित टमकोरिया ने कलेक्टर को संबोधित अपने पत्र में लिखा है कि, राहुल गांधी की पद यात्रा से शहर की यातायात व्यवस्था चरमराएगी, यात्रा का मार्ग व्यस्ततम होने और आम लोगो के लिए कोई वैकल्पिक मार्ग नहीं होने के कारण जनता को अनावश्यक परेशान होना पड़ेगा।
इसलिए जिला प्रशासन से लोक सरोकार को दृष्टिगत रखते हुए राहुल गांधी की यात्रा को रद्द करने की मांग की गई है। साथ ही उन्होंने यह आरोप भी लगाया है कि, जहां भी राहुल गांधी जाते हैं वहां वैमनस्यता फैलाते हैं, लोगों में उनका व्यापक विरोध है। ऐसा लिखते हुए उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि, राहुल गांधी को जिले में प्रवेश की अनुमति को निरस्त किया जाए अथवा उनका रूट परिवर्तित कर शहर के बाहरी मार्ग से निकाला जाए।
पूर्व में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी जब राहुल गांधी की इस न्याय यात्रा का खाका तैयार किया गया था। लेकिन अब परिस्थितियों बदल चुकी हैं और प्रदेश में भाजपा की सरकार है, ऐसे में सत्ताधारी दल के युवातुर्क नेता के इस पत्र ने शहर की सियासत को हवा दे दी है। अब देखना है कि, 12 फरवरी को कोरबा आ रहे राहुल गांधी की न्याय यात्रा के साथ जिला प्रशासन क्या न्याय करता है। यह शहर के राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है। अब देखना है, जिला प्रशासन राहुल गांधी की न्याय यात्रा को लेकर क्या निर्णय करता है वहीं कांग्रेसी नेताओ में राहुल गांधी को लेकर जोश एकदम हाई दिखाई पड़ रहा है !