करेले का जूस बना सकता है वजन घटाने का सफर आसान, जानिए कैसे करता है काम

करेले को सबसे कड़वी सब्जियों में से एक माना जाता है. लेकिन इसके स्वास्थ्य लाभों की एक लंबी सूची है। करेले का जूस पीने से वजन घटाने में मदद मिल सकती है. इसमें मौजूद पोषक तत्व वजन बढ़ने से रोकते हैं। यदि आप वेट लॉस की क्रेजी हैं, तो जरूर करेले का जूस पियें.

करेला अपने कड़वे स्वाद के लिए मशहूर है. लेकिन यह सब्जी जितनी कड़वी होती है, उतना ही आपको फायदा पहुंचाती है। करेला सबसे कड़वी सब्जियों में से एक माना जाता है. यही वजह है कि इसे अंग्रेजी में बिटर गॉर्ड कहा जाता है. इसके स्वास्थ्य लाभों की एक लंबी सूची है। अगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो करेले का जूस पीने से आपको वजन घटाने में मदद मिल सकती है. इसमें मौजूद पोषक तत्व वजन बढ़ने से रोकते हैं।तो जरूर करेले का जूस पियें। यह वजन घटाने के साथ-साथ शरीर को स्वस्थ भी रख सकता है.

करेले के फायदे क्या हैं?

करेले में कई तरह के विटामिन और मिनरल्स मौजूद होते हैं. इसमें फोलेट, ड्रैगन, आयरन और मैग्नीशियम के साथ विटामिन बी1, विटामिन बी2, विटामिन बी3 और विटामिन सी भी होता है. इसमें कैल्शियम, प्रोटीन और प्रोटीन भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. करेले का सेवन करने का यह मुख्य कारण है. आइए जानते हैं कि करेले का कौन सा उत्पाद वजन के लिए फायदेमंद है.

करेले का जूस वजन घटाने में कैसे मदद करता है?

1. चीनी को वसा में बदलने से रोकता है – करेला इंसुलिन को विनियमित करने और रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करने की क्षमता के लिए जाना जाता है. यह इंसुलिन को सक्रिय करता है. करेले का जूस शुगर को वसा में बदलने से रोकता है. इसका मतलब है कि शरीर कम वसा पैदा करता है. परिणामस्वरूप, वजन कम हो जाता है.

2.फाइबर से भरपूर-करेले में प्रचुर मात्रा में फाइबर होता है, जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है. उच्च फाइबर वाला आहार आपको लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस कराता है, जिससे भोजन की लालसा कम हो जाती है. आपको ज़्यादा खाने से बचाता है. इसमें पानी भी काफी मात्रा में होता है, जो इसे खाने के लिए एक स्वास्थ्यवर्धक सब्जी बनाता है.

3.रक्त शर्करा के स्तर को कम करता है-रक्त शर्करा के स्तर को कम करता है करेले में कई ऐसे तत्व होते हैं जो इसे एक बेहतरीन आयुर्वेदिक मधुमेह उपचार बनाते हैं. करेले में मौजूद तीन प्राइमरी केमिकल, पॉलीपेप्टाइड-पी, विसीन और चारेटिन मधुमेह नियंत्रण पर सबसे अधिक प्रभाव डालते हैं. मधुमेह के रोगियों को नियमित रूप से करेले का जूस पीने से रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ने से रोकने में मदद मिल सकती है.यह इंसुलिन प्रतिरोध के इलाज में भी मदद कर सकता है.

4. लो कैलोरी –आप वजन  कम करने की कोशिश कर रहे हैं तो करेले में कैलोरी, वसा और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम होती है. इससे वसा, कैलोरी और कार्ब सेवन कम हो जाता है. इसके कारण वजन नहीं बढ़ता है। प्रति 100 ग्राम करेला केवल 34 कैलोरी प्रदान करता है.

करेले का जूस कैसे बनाये

अगर आप वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं तो करेले का जूस आपको पेट की जिद्दी चर्बी से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकता है। इसे बनाने का तरीका यहां बताया गया है:एक करेला लें. इसे पानी से अच्छी तरह धो लें. करेले को दो लम्बे टुकड़ों में आधा काट लीजिये. इसका छिलका खुरच कर निकाल लें.चम्मच का उपयोग करके, सब्जी से बीज और सफेद गूदा हटा दें. यदि करेले का जूस बहुत कड़वा लगता है, तो कड़वाहट कम करने के लिए कुछ फलों और सब्जियों को काट कर मिला दें. ब्लेंडर में सभी सामग्रियों को तब तक मिलाएं जब तक कि रस चिकना और एक समान न हो जाए. छलनी की सहायता से सब्जी के टुकड़े निकाल लें. शहद का उपयोग स्वाद बढ़ाने या मीठा करने के लिए किया जा सकता है.

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