पश्चिम बंगाल पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता शुभेंदु अधिकारी को बृहस्पतिवार को संदेशखालि जाने से रोक दिया।जिस वाहन में पश्चिम बंगाल विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष और तीन अन्य भाजपा विधायक सवार थे, उसे संदेशखालि जाने वाले रास्ते पर पड़ने वाले रामपुर गांव में पुलिसकर्मियों के एक दल ने रोक दिया।
अधिकारी ने कहा कि कुल चार विधायक इलाके में जा रहे थे इसलिए निषेधात्मक आदेश के उल्लंघन का सवाल ही नहीं उठता।अधिकारी ने वाहन में सवार होते वक्त संवाददाताओं से कहा, ”तीन विधायक और मैं संदेशखालि जा रहे हैं। देखते हैं कि हमें जाने से कैसे रोका जा सकता है क्योंकि लोगों की कुल संख्या चार है। अगर रोका गया तो मैं अदालत का दरवाजा खटखटाऊंगा।”
अधिकारी के साथ भाजपा के अन्य तीन विधायकों में शंकर घोष, चंदना बाउरी और तापसी मंडल शामिल थीं।इससे पहले, अधिकारी और पांच अन्य भाजपा विधायकों को सोमवार को उत्तर 24 परगना के संदेशखालि क्षेत्र का दौरा करने से रोक दिया गया था जिससे क्षेत्र में राजनीतिक अस्थिरता फैल गयी थी।
भाजपा, संदेशखालि में स्थानीय तृणमूल कांग्रेस नेताओं पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाती रही है।भाजपा और अन्य विपक्षी कार्यकर्ताओं को संदेशखालि में प्रवेश करने से रोकने के लिए क्षेत्र और उसके आसपास भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।बुधवार को लगातार सातवें दिन संदेशखालि में विरोध प्रदर्शन जारी रहा, जहां बड़ी संख्या में महिलाएं सड़कों पर उतर आईं और टीएमसी नेता शेख शाहजहां की गिरफ्तारी की मांग की।
शाहजहां और उसके सहयोगियों के खिलाफ जबरन जमीन पर कब्जा करने और महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने जैसे आरोप हैं।पिछले महीने प्रवर्तन निदेशालय की टीम कथित राशन घोटाले की जांच के सिलसिले में शाहजहां के आवास पर छापेमारी करने गई थी। इस दौरान भीड़ ने उन पर हमला कर दिया था। वह पिछले महीने से फरार हैं।