भोजन खाने के बाद हर बार मीठा खाते हैं तो सावधान हो जाएं, ये आदत आपको महंगी पड़ सकती है

भारतीयों का ‘मधुर प्रेम’ जगजाहिर है। कोई भी त्योहार, शादी, छोटी-छोटी खुशियों का जश्न, पार्टी, मिलन समारोह मिठाई खिलाए बिना अधूरा है। मिठाई के बिना मेहमानों की सेवा अधूरी मानी जाती है. यही कारण है कि मिठाई दिन के किसी भी समय लोगों के आहार का हिस्सा बन जाती है। लेकिन मीठे के प्रति लोगों की यही आदत उन्हें डायबिटीज और मोटापे का शिकार भी बना रही है। खासतौर पर बेवक्त खाया जाने वाला मीठा लोगों को रोग दे रहा है। चिंता की बात ये है कि लोग ये जानते ही नहीं हैं कि मीठा खाने का सही वक्त क्या है। ऐसे में वे हर मील के बाद मीठा खाते हैं और अपनी सेहत बिगड़ लेते हैं।

ये है मीठा खाने का बेस्ट समय

विशेषज्ञों के अनुसार मीठा खाने का बेस्ट समय जानना उतना ही जरूरी है, जितना सेहतमंद रहने के लिए बाकी बातों का ध्यान रखना। मीठे से दूर नहीं रहा जा सकता लेकिन इसे खाने का सही समय चुनना और सही विकल्प अपनाना आपको कई बीमारियों से बचा सकता है। नाश्ते में मीठा खाना आपके लिए बेस्ट है। अगर आप सुबह के समय मीठा नहीं खाना चाहते तो दूसरा सही विकल्प दोपहर का समय है। ध्यान रखें शाम होने से पहले तक ही आपको मीठा खा लेना चाहिए। इसके बाद ये आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। जब आप सुबह या दोपहर में मिठाई खाते हैं तो दिनभर में आपका शरीर शुगर और कार्बोहाइड्रेट को बहुत ही आसानी से पचा पाता है। ऐसे में आपका वजन बढ़ने की आशंका भी कम रहती है। इससे आपका ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रहेगा। जब आप सुबह ​मीठा खाते हैं तो आपको दिनभर एनर्जी मिलती है। साथ ही दिनभर मीठा खाने की क्रेविंग भी नहीं होगी।

एक्सरसाइज से पहले खाएं मीठा

सुबह एक्सरसाइज करने से पहले मीठा खाना भी फायदेमंद होता है। मीठे में भरपूर मात्रा में ग्लाइकोजन होता है। इससे आपको न सिर्फ एनर्जी मिलती है, बल्कि यह मसल्स की रिकवरी करने में भी मदद करता है। कोशिश करें कि आप प्रोटीन से भरपूर मीठे का विकल्प चुनेें। ये आपके लिए और भी सेहतमंद रहेगा।

सही विकल्प चुनना है जरूरी

सुबह और दोपहर के समय मीठा खाना सेहत के लिए सही है, लेकिन इसका ये मतलब बिलकुल नहीं है कि आप बिना सोचे समझे मिठाइयां खाएं। ऐसा करना आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए हमेशा लिमिट में ही ​मीठा खाना चाहिए। कोशिश करें कि मिठाइयों की जगह आप हेल्दी विकल्प चुनें। अपनी डाइट में फल, मीठा दही, ग्रीक योगट, साबुत अनाज से बने बिस्किट, मीठा दलिया आदि शामिल करें। इससे मीठे की क्रेविंग भी कम होगी और आपको भरपूर पोषण भी मिलेगा।

इस समय न खाएं मिठाई

वैसे तो कहा जाता है कि रात का भोजन हमेशा बहुत ही लाइट करना चाहिए। लेकिन आमतौर पर भारत में होता इसके ​उल्टा ही है। अधिकांश घरों में डिनर परिवार के सभी मेंबर एक साथ बैठकर करते हैं, ऐसे में ​इस समय खूब सारे पकवान और मिठाइयां शामिल की जाती हैं। लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार ऐसा करना गलत है। रात के समय मीठा खाना सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। सोने से पहले मीठा खाने से आपकी ब्लड शुगर हाई हो सकती है। इससे आपकी नींद का पैटर्न प्रभावित होता है। साथ ही यह आपका वजन भी बढ़ा सकती है। हैवी फूड के साथ मिठाइयां खाने से आपका पाचन तंत्र खराब हो सकता है। अगर आपको खाने के बाद मीठा खाने की आदत है तो मिठाई की जगह डार्क चॉकलेट का एक छोटा पीस खा सकते हैं।

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