बांग्लादेश की राजधानी ढाका में शुक्रवार देर रात ट्रेन में आग लगने से चार लोगों की मौत हो गई। हादसे में कई लोग जख्मी हुए हैं। पुलिस को शक है कि यह साजिश के तहत की गई आगजनी का मामला है। यह घटना देश में होने जा रहे आम चुनाव से दो दिन पहले हुई है और देश की मुख्य विपक्षी पार्टी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) ने चुनाव का बहिष्कार किया है।
ढाका ट्रिब्यून के मुताबिक राजधानी के गोपीबाग इलाके में ट्रेन में आग लगने से 4 लोगों की मौत हो गई है। फायर सर्विस के सहायक अधिकारी रकीबुल हसन के मुताबिक शुक्रवार रात फायर ब्रिगेड की सात गाड़ियां मौके पर पहुंच कर आग पर काबू पाया। आग पैसेंजर ट्रेन बेनापोल एक्सप्रेस के चार डिब्बों में फैल गई थी। यह ट्रेन भारतीय सीमा से लगे तटीय शहर बेनापोल से आ रही थी। स्थानीय समयानुसार रात करीब नौ बजे उस समय आग लगी जब ट्रेन ढाका रेलवे स्टेशन की ओर बढ़ रही थी। हादसे में चार लोगों की मौत हो गई। रेलवे के मुताबिक ट्रेन में 292 यात्री सवार थे।
पुलिस को संदेह है कि साजिश के तहत ट्रेन में आग लगाई गई। ढाका मेट्रोपोलिटन पुलिस (डीएमपी) के एडिशनल कमिश्नर महिदुउद्दीन के मुताबिक यह सुनियोजित हमला है। उन्होंने कहा कि यह अभी पक्के तौर पर नहीं कहा जा सकता कि हमलावर कौन हैं लेकिन सुनियोजित है। उन्होंने कहा कि हमलावर की पहचान कर उसे कानून के कठघरे में खड़ा किया जाएगा। पुलिस अधिकारियों को लोगों को डराने के मकसद से इस तरह की घटना को अंजाम दिया गया।
बांग्लादेश में 7 जनवरी को आम चुनाव होने वाला है। हालांकि मुख्य विपक्षी पार्टी बीएनपी यह कहते हुए बहिष्कार कर रही है कि शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए निष्पक्ष चुनाव नहीं हो सकते। विपक्षी दल तटस्थ कार्यवाहक सरकार में आम चुनाव की मांग कर रहे हैं जबकि सत्ता पक्ष का कहना है कि देश के संविधान में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है। रविवार 7 जनवरी को देश में होने वाले आम चुनाव के लिए विदेशी पर्यवेक्षक बांग्लादेश पहुंच चुके हैं, इनमें भारत से भी चुनाव आयोग के अधिकारी हैं।