क्या आप सिरदर्द से परेशान हैं? इन 3 योगासनों से पाएं सिरदर्द की समस्या से राहत

नियमित रूप से योग करने से आप शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकते हैं। इसकी पुष्टि वैज्ञानिकों ने भी की है. कई वैज्ञानिकों का मानना ​​है कि योग का सहारा लेकर आप अपने शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं। सिरदर्द की बात करें तो आप योग की मदद से भी अपने सिरदर्द की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। इसके साथ ही आप अपने शरीर में होने वाली कई परेशानियों को भी कम कर सकते हैं। अब सवाल यह है कि सिर दर्द की परेशानी को दूर करने के लिए कौन सा योग सही है। अगर आप भी इस बात से अंजान हैं, तो आइए  जानते हैं इस बारे में-

सुप्त विरासना 
वीरासन शब्द संस्कृत से निकल कर आया है, जिसका मतलब है सोते हुए आसन करना। ये आसन सिर दर्द के लिए बेहद लाभदायक साबित होता है। इस संबंध में प्रकाशित एक वैज्ञानिक शोध में कहा गया है कि माइग्रेन से राहत दिलाने वाले योग में सुप्त वीरासन का भी नाम शामिल है। ऐसे में सुप्त वीरासन को सिर दर्द का योग कहा जाता है।

योग करने की प्रक्रिया 
इस आसन को करने के लिए चटाई या मैट बिछाकर वज्रासन की मुद्रा में बैठ जाएं। इसके बाद सांस लेते हुए शरीर को पीछे की तरफ ले जाएं और हाथों को कोहनी के सामने की तरफ जमीन पर टिकाकर रख लें। इस आसन में पीठ जमीन पर रहेगी और हिप्स पंजें पर होने चाहिए। जिसके बाद जितना हो सके सिर को पीछे की तरफ लें जाएं।

पादंगुष्ठासन 
ये शब्द संस्कृत भाषा के दो शब्दों के साथ बना हुआ है, जिसमें पहला शब्द पद यानी पैर और दूसरा शब्द अंगुष्ठ मतलब अंगूठा हैं। इस आसन को करते समय व्यक्ति को एक पैर के सहारे शरीर को संभालना होता है। फिलहाल इस आसन की पुष्टि करने के लिए किसी तरह का स्पष्ट वैज्ञानिक शोध में नहीं आया है।

योग करने की प्रक्रिया 
इस आसन को ताड़सन की तरह किया जाता है। जिसके बाद सांस छोड़ी जाती है। और पंजों के बल बैठ कर ध्यान किया जाता है। एक पैर को उठाकर दूसरे पैर के जांघ पर रखें और दोनों हाथों को जोड़कर खुद को ऊपर की और उठाएं। इस समय आप गिर सकते है, इसलिए इसे दीवार से टिक कर करना चाहिए। कुछ सेकंड इसी अवस्था में बने रहें। इस आसन को 5 से 10 मिनट तक कर सकते हैं।

बालासन 
ये आसन भी दो शब्दों के साथ बना हुआ है। पहला शब्द बाल और दूसरा आसन है। बाल का मतलब बच्चे और आसन का मतलब मुद्रा होता है। इस लिए इस आसन को अंग्रेजी में चाइल्ड पॉज नाम किया गया है। इस आसन को करने से खून की कमी दूर होती है। साथ ही मस्तिष्क को स्वस्थ रखने में भी मदद मिल सकती है।

बालासन योग करने की विधि 
इस आसन को करने कि लए सबसे पहले योग मैट बिछाकर वज्रासन की मुद्रा में बैठ जाएं। इसके बाद लंबी सांस लें। इसके बाद दोनों हाथों को सीधा सिर के ऊपर लेते हुए सांस छोड़ते हुए आगे की तरफ झुकें। इस दौरान ध्यान रहे कि हिप्स को एड़ियों से नहीं उठाना है। सामने झुकने के बाद हथेलियों, कोहनी और सिर को जमीन से टिका लें। इस मुद्रा में कुछ सेकंड बने रहने का प्रयास करें और सांस लेने और छोड़ने की प्रक्रिया को जारी रखें। शुरुआत में इस आसन को आप 5 से 10 मिनट तक कर सकते हैं।

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