रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के विस्तार के लिए तीन लाख कैडेट रिक्तियों को भरने से संबंधित प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इससे देश भर के शैक्षणिक संस्थानों में एनसीसी की बढ़ती मांग को पूरा करने की उम्मीद है।
इस प्रस्ताव की मंजूरी के बाद एनसीसी में अब कैडेटों की स्वीकृत संख्या 20 लाख हो जायेगी, जो इसे दुनिया का सबसे बड़ा वर्दीधारी युवा संगठन बना देगी। वर्ष 1948 में केवल 20,000 कैडेटों के साथ एनसीसी का गठन हुआ था। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार एनसीसी को एक वैकल्पिक विषय के रूप में पेश किए जाने के साथ, एनसीसी का यह विस्तार देश के भावी मार्गदर्शक के रूप में अहम भूमिका निभाने की युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करने की दिशा में बड़ा कदम होगा।
इस विस्तार से सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में रिक्तियों का आनुपातिक वितरण होगा और एनसीसी के इच्छुक शैक्षणिक संस्थानों की प्रतीक्षा सूची में कमी आएगी। इस विस्तार योजना में चार नए समूह मुख्यालयों और दो नई एनसीसी इकाइयों की स्थापना शामिल है।
इस विस्तार योजना का एक महत्वपूर्ण पहलू यह है कि इसमें पूर्व सैनिकों को एनसीसी प्रशिक्षकों के रूप में रोजगार देने का प्रस्ताव शामिल है, जिससे उनके कौशल और लंबे अनुभव का लाभ उठाया जा सके। इस पहल से एनसीसी कैडेटों को गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण सुनिश्चित हो सकेगा और उनके लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
यह विस्तार अनुशासन, नेतृत्व और सेवा की भावना से ओतप्रोत मार्गदर्शक तैयार करने के प्रति समर्पण का प्रतीक है। एनसीसी का लक्ष्य एक ऐसा वातावरण तैयार करना है, जहां युवा राष्ट्र निर्माण में सार्थक योगदान दें। यह पहल ‘अमृतपीढ़ी’ के प्रेरित, अनुशासित और देशभक्त युवाओं के आधार का विस्तार करेगी जो ‘विकसित भारत’ के लक्ष्य को हासिल करने में योगदान देंगे।