वाई.एस. सुनीता रेड्डी के कांग्रेस पार्टी में शामिल होने की अटकलों के बीच आंध्र प्रदेश कांग्रेस प्रमुख वाई.एस. शर्मिला ने सोमवार को उनसे मुलाकात की।
आंध्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) के अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालने के बाद गृह जिले वाईएसआर कडप्पा की अपनी पहली यात्रा पर शर्मिला ने सुनीता रेड्डी से मुलाकात की। दो घंटे तक चली मुलाकात के दौरान उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। बैठक के बाद वे एक साथ शर्मिला के पिता और पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस. राजशेखर रेड्डी की समाधि पर गए।
सुनीता रेड्डी पूर्व मंत्री वाई.एस. विवेकानंद रेड्डी की बेटी हैं। विवेकानंद रेड्डी की 2019 चुनाव से कुछ हफ्ते पहले हत्या कर दी गई थी। वह उस मामले में न्याय पाने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ रही हैं जिसमें केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने परिवार के कुछ सदस्यों को भी आरोपी बनाया है। यह बैठक उन खबरों के बीच महत्वपूर्ण है कि सुनीता रेड्डी कांग्रेस पार्टी में शामिल होना चाहती हैं।
बताया जाता है कि सुनीता अपने पिता की हत्या के मामले में नामित रिश्तेदारों पर राजनीतिक रूप से हमला करने की योजना बना रही है। कडप्पा वाईएसआरसीपी सांसद वाई.एस.अविनाश रेड्डी और उनके पिता वाई.एस. भास्कर रेड्डी को आरोपी बनाया गया था। भास्कर रेड्डी को हाल ही में जमानत पर रिहा किया गया लेकिन सुनीता ने जमानत को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है।
गौरतलब है कि शर्मिला ने पिछले साल कहा था कि विवेकानंद रेड्डी की हत्या उनकी संपत्ति के लिए नहीं की गई थी क्योंकि उन्होंने पहले ही पूरी संपत्ति अपनी बेटी के नाम लिख दी थी।पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस. राजशेखर रेड्डी के भाई विवेकानन्द रेड्डी की चुनाव से कुछ हफ्ते पहले 15 मार्च 2019 को पुलिवेंदुला स्थित उनके घर में हत्या कर दी गई थी।
सीबीआई ने दावा किया था कि विवेकानंद रेड्डी की हत्या की साजिश रची गई थी। वह वाईएसआरसीपी द्वारा अविनाश रेड्डी को कडप्पा लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाए जाने के पक्ष में नहीं थे।इस बीच, हैदराबाद की सीबीआई अदालत ने सोमवार को विवेकानंद रेड्डी हत्याकांड की सुनवाई स्थगित कर दी।अविनाश रेड्डी, भास्कर रेड्डी और पांच अन्य आरोपी अदालत में पेश हुए, जिसने सुनवाई 8 फरवरी तक के लिए स्थगित कर दी।