अमेरिका ने भारत में वीजा संसाधित करने का बनाया रिकॉर्ड

भारत में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास टीम ने पिछले वर्ष (2023 में) पहले से कहीं अधिक वीजा संसाधित किए जिससे आगंतुक वीजा नियुक्तियों के लिए प्रतीक्षा समय में 75 प्रतिशत की कमी आई।दूतावास की ओर से मंगलवार को यहां जारी विज्ञप्ति में बताया गया कि स्टाफिंग में वृद्धि, नवप्रवर्तन और बढ़ी हुई दक्षता के माध्यम से यह रिकॉर्ड हासिल किया गया। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष भारत में अमेरिकी दूतावासों और वाणिज्य दूतावासों ने रिकॉर्ड 14 लाख अमेरिकी वीजा संसाधित किए। वर्ष 2022 की तुलना में सभी वीजा श्रेणियों के लिए आवेदनों में 60 प्रतिशत की वृद्धि के साथ मांग अभूतपूर्व थी।

विज़िटर वीजा (बी1/बी2) 700,000 से अधिक आवेदनों के साथ अमेरिकी मिशन के इतिहास में आवेदनों की दूसरी सबसे बड़ी संख्या पर पहुंच गया है। अमेरिकी दूतावासों और वाणिज्य दूतावासों ने वर्ष की शुरुआत में तीन महीने के लिए मुंबई में कर्मचारियों की संख्या बढ़ाकर, स्थायी कर्मचारियों की संख्या में वृद्धि और उन्नत तकनीकी संसाधनों को नियोजित करके इस मांग को पूरा किया। प्रक्रियाओं में सुधार और कर्मचारियों में निवेश ने देश भर में आगंतुक वीजा नियुक्तियों के लिए प्रतीक्षा समय को औसतन 1,000 दिनों से घटाकर केवल 250 दिन कर दिया है। अन्य सभी श्रेणियों में प्रतीक्षा समय न्यूनतम है।

विज्ञप्ति में कहा गया कि वर्ष 2023 में, भारत में अमेरिकी कांसुलर टीम ने 1,40,000 से अधिक छात्र वीजा जारी किए – दुनिया के किसी भी अन्य देश से अधिक, लगातार तीसरे वर्ष एक रिकॉर्ड स्थापित किया। अलग से, मुंबई, नई दिल्ली, हैदराबाद और चेन्नई अब दुनिया में शीर्ष चार छात्र वीजा प्रसंस्करण पोस्ट बन गए हैं। इन बढ़ती संख्या के परिणामस्वरूप भारतीय छात्र अमेरिका में अंतरराष्ट्रीय स्नातक छात्रों का सबसे बड़ा समूह बन गए हैं और अमेरिका में पढ़ने वाले दस लाख से अधिक विदेशी छात्रों में से एक चौथाई से अधिक हैं।

दूतावास ने कहा कि रोजगार वीजा सर्वोच्च प्राथमिकता बनी हुई है। कांसुलर टीम इंडिया ने दक्षता बढ़ाने के लिए चेन्नई और हैदराबाद में उच्चतम आवेदन-आधारित वीज़ा प्रोसेसिंग को समेकित किया, जिसके परिणामस्वरूप 2023 में भारतीयों और उनके परिवार के सदस्यों के लिए 3,80,000 से अधिक रोजगार वीज़ा की प्रोसेसिंग हुई। अमेरिकी मिशन को नियुक्ति के लिए प्रतीक्षा समय को न्यूनतम रखने में मदद मिली। 2024 में, एक पायलट कार्यक्रम पात्र एच1बी धारकों को अमेरिका में अपने वीजा को नवीनीकृत करने की अनुमति देगा, जिससे इस समूह के लिए प्रक्रिया और सरल हो जाएगी।

महावाणिज्य दूतावास मुंबई ने महामारी के कारण 31,000 से अधिक अप्रवासी वीजा मामलों की कतार हटा दी है। जिन लोगों का आप्रवासी वीज़ा आवेदन लंबित है और शेड्यूलिंग के लिए तैयार हैं, वे अब मानक, महामारी-पूर्व नियुक्ति विंडो के माध्यम से नियुक्ति प्राप्त कर सकते हैं।

अमेरिकी मिशन का भारत में कांसुलर सेवाओं के भविष्य में निवेश करना जारी है और अधिक कुशल और सुविधाजनक सेवाएं प्रदान करने के तरीके तलाश रहा है। इन निवेशों में मार्च 2023 में हैदराबाद में 34 करोड़ डॉलर की एक नई सुविधा का उद्घाटन, अहमदाबाद और बैंगलोर में दो नए वाणिज्य दूतावासों की घोषणा, देश भर में हमारी सुविधाओं में निवेश के माध्यम से निरंतर सुधार और भारत में अतिरिक्त कांसुलर अधिकारियों की स्थायी नियुक्ति शामिल है।