दक्षिणी लाल सागर में कथित तौर पर ड्रोन हमले की जद में आया ‘एमवी साईबाबा’ नामक तेल टैंकर भारतीय ध्वज वाला पोत नहीं है। भारतीय अधिकारियों और अमेरिकी सेना ने रविवार को यह जानकारी दी। इस पोत पर चालक दल के सभी 25 सदस्य भारतीय बताए जाते हैं और हमले में कोई हताहत नहीं हुआ है।
अमेरिकी मध्य कमान ने कहा कि दक्षिणी लाल सागर में शनिवार को यमन के हूती विद्रोहियों के ड्रोन हमलों की चपेट में आए दो पोत में से एक भारतीय ध्वज वाला तेल टैंकर भी है। यह घटनाक्रम ऐसे समय हुआ जब भारत के पश्चिमी तट के पास अरब सागर में एक वाणिज्यिक पोत ‘एमवी कैम प्लूटो’ पर शनिवार को संदिग्ध ड्रोन हमले के बाद धमाका हुआ। जहाज के चालक दल में 21 भारतीय शामिल थे लेकिन हमले में किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है।
भारतीय सेना के एक अधिकारी ने कहा, ”पोत एमवी साईबाबा पर सवार चालक दल के सभी 25 सदस्य भारतीय बताए जाते हैं और हमले में कोई हताहत नहीं हुआ है।” उन्होंने कहा कि एमवी साईबाबा गैबॉन-ध्वज वाला पोत है और इसे ‘भारतीय पोत रजिस्टर’ से प्रमाणन प्राप्त हुआ है।
इससे पहले, अमेरिकी सेना ने तेल टैंकर ‘एमवी साईबाबा’ को भारतीय ध्वज वाला पोत करार दिया था। बताया जाता है कि ये पोत भारत की तरफ बढ़ रहा था। अधिकारियों ने कहा कि भारतीय नौसेना हालात पर करीबी नजर बनाए हुए है।अमेरिकी मध्य कमान ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि दक्षिणी लाल सागर में शनिवार को यमन के हूती विद्रोहियों के ड्रोन हमलों की चपेट में आए दो पोत में से एक भारतीय ध्वज वाला तेल टैंकर भी है।
कमान की ओर से जारी बयान मुताबिक, स्थानीय समयानुसार रात करीब आठ बजे अमेरिकी नौसैन्य बल की मध्य कमान को दक्षिणी लाल सागर में दो पोत से खबर मिली कि उन पर हमला किया गया है।बयान के मुताबिक, नॉर्वे के ध्वज वाले तेल टैंकर ‘एम/वी ब्लामानेन’ ने हूती विद्रोहियों के ड्रोन द्वारा उन्हें निशाना बनाए जाने की सूचना दी है, जिसमें किसी के हताहत होने या क्षति की सूचना नहीं है।इसके मुताबिक, भारतीय ध्वज एवं गैबॉन के स्वामित्व वाले एक अन्य तेल टैंकर ‘एम/वी साईबाबा’ ने भी उस पर ड्रोन हमले की सूचना दी। इस हमले में भी किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।