अनुभवी वित्त पेशेवर अजय गोयल वेदांता लिमिटेड में लौट आए हैं। वह मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) पद का कार्यभार संभालेंगे।वह ऐसे समय में वेदांता में लौटे हैं, जब अनिल अग्रवाल द्वारा नियंत्रित यह खनन समूह एक महत्वाकांक्षी व्यवसाय पुनर्गठन की ओर बढ़ रहा है।गोयल ने सोनल श्रीवास्तव का स्थान लिया है। सोनल ने कंपनी में शामिल होने के कुछ महीने बाद ही पद से इस्तीफा दे दिया।वेदांता ने शेयर बाजार को दी जानकारी में बताया कि गोयल 30 अक्टूबर 2023 से सीएफओ का कार्यभारल संभालेंगे।
इससे पहले गोयल 23 अक्टूबर 2021 से नौ अप्रैल 2023 तक बतौर कार्यकारी सीएफओ वेदांता के लिए काम कर चुके हैं।कंपनी ने कहा, ”वेदांता के संरचित पुनर्नियुक्ति कार्यक्रम घरवापसी के तहत अजय गोयल कंपनी में वापस आ गए हैं।”गोयल ने इस साल की शुरुआत में शैक्षिक प्रौद्योगिकी कंपनी बायजू में शामिल होने के लिए वेदांता को छोड़ दिया था।
इसी घोषणा में वेदांता ने कहा कि सोनल श्रीवास्तव ने ”निजी कारणों से” 24 अक्टूबर को सीएफओ के पद से इस्तीफा दे दिया।गौरतलब है कि अजय गोयल ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए ऑडिट प्रक्रिया पूरी करने के बाद बायजू को छोड़ दिया। बायजू ने कंपनी के अध्यक्ष (वित्त) नितिन गोलानी को कंपनी के वित्त कार्य संभालने के लिए भारत के मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) के रूप में अतिरिक्त जिम्मेदारी दी है।
बायजू के सीएफओ अजय गोयल ने ऑडिट पूरा करने के बाद दिया इस्तीफा, नितिन गोलानी को दिया गया अतिरिक्त प्रभारनई दिल्ली, 24 अक्टूबर (वेब वार्ता)। शैक्षिक प्रौद्योगिकी कंपनी बायजू के मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) अजय गोयल ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए ऑडिट प्रक्रिया पूरी करने के बाद पद छोड़ दिया है। वह वेदांता में वापस लौट जाएंगे।
कंपनी की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, शैक्षणिक जगत के दिग्गज प्रदीप कनकिया को वरिष्ठ सलाहकार के रूप में नियुक्त किया है। कंपनी के अध्यक्ष (वित्त) नितिन गोलानी को कंपनी के वित्त कार्य को संभालने के लिए भारत के मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) के रूप में अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है।
गोयल ने कहा, ”मैं बायजू के संस्थापकों तथा सहकर्मियों को तीन महीने में वित्त वर्ष 2022 का ऑडिट तैयार करने में मदद करने के लिए धन्यवाद देता हूं। मैं बायजू में एक छोटे लेकिन प्रभावशाली कार्यकाल के दौरान मिले समर्थन की सराहना करता हूं।” कंपनी वित्त वर्ष 2022 के लिए वित्तीय परिणाम घोषित करने के लिए लंबे समय से कुछ मंजूरी का इंतजार कर रही है।