फ्री रेडिकल्स के कारण घटती है उम्र और ये 3 फूड्स फ्री रेडिकल्स से लड़ने में करेंगे आपकी मदद

यौवन, स्वास्थ्य और लंबी आयु तीन चीजें हैं जिनकी चाहत लगभग हर व्यक्ति रखता है। हम सभी चाहते हैं कि हम बीमारियों से दूर रहें, बूढ़े न हों और लंबी उम्र जिएं।  वैज्ञानिकों का ये जरूर मानना ​​है कि अगर आप स्वस्थ रहेंगे तो अपनी उम्र जरूर बढ़ा सकते हैं। दरअसल, पिछले कुछ सालों में इंसान की औसत उम्र घटी है। इसका कारण गलत खान-पान और गलत जीवनशैली है। अगर आप अपना खान-पान सही रखेंगे तो न सिर्फ आप स्वस्थ रहेंगे बल्कि आपकी जीवन प्रत्याशा भी बढ़ेगी।इस काम के लिए आपको ऐसे फूड्स (Healthy Foods) का सेवन करना चाहिए जो शरीर में पैदा होने वाले फ्री रेडिकल्स को नष्ट कर सकें। अब आप सोच रहे होंगे कि ये फ्री रेडिकल्स क्या हैं? तो आइए हम आपको बताते हैं फ्री-रेडिकल्स के बारे में सबकुछ।

फ्री रेडिकल्स के कारण आता है बुढ़ापा और घटती है उम्र, ये 3 फूड्स आपको फ्री-रेडिकल्स से लड़ने में करेंगे मदद
जवानी, स्वास्थ्य और लंबी उम्र ये तीन चीजें ऐसी हैं, जिसकी चाहत अमूमन हर इंसान को होती है। हम सभी चाहते हैं कि हम बीमारियों से दूर रहें, हमें बुढ़ापा न आए और हमारी उम्र लंबी हो। फिलहाल यह तो संभव नहीं है कि आप अमर हो जाएं, मगर वैज्ञानिक यह जरूर मानते हैं कि अगर आप स्वस्थ (Healthy) रहते हुए अपनी उम्र जरूर बढ़ा सकते हैं। दरअसल आदमी की औसत उम्र पिछले कुछ सालों में कम हुई है। इसका कारण है गलत खानपान (Bad Eating Habits) और गलत जीवनशैली (Bad Lifestyle Habits)। अगर आप अपना खानपान सही रखें (Healthy Eating Habits) तो आप स्वस्थ तो रहेंगे ही, साथ ही आपकी उम्र (Life Expectancy) भी बढ़ जाएगी। इस काम के लिए आपको ऐसे फूड्स (Healthy Foods) का सेवन करना चाहिए जो शरीर में पैदा होने वाले फ्री रेडिकल्स को नष्ट कर सकें। अब आप सोच रहे होंगे कि ये फ्री रेडिकल्स क्या हैं? तो आइए हम आपको बताते हैं फ्री-रेडिकल्स के बारे में सबकुछ।

क्या हैं फ्री-रेडिकल्स जो लाते हैं शरीर में बुढ़ापा? 
फ्री-रेडिकल्स को समझने के लिए थोड़ा सा वैज्ञानिक ज्ञान जरूरी है। लेकिन मैं आपको बेहद आसान भाषा में समझाने की कोशिश करता हूं कि ये फ्री-रेडिकल्स आपके शरीर के लिए क्यों नुकसानदायक हैं।

आप यह तो जानते हैं कि हमारे शरीर को जीवित रहने के लिए ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती है। ऑक्सीजन अपने शुद्ध रूप में नहीं पाया जाता है इसलिए हम जिस ऑक्सीजन का इस्तेमाल करते हैं, उसमें दरअसल ऑक्सीजन के दो अणु  होते हैं, इसीलिए इसे O2 लिखा जाता है। जब ये ऑक्सीजन शरीर में जाता है, तो शरीर इसके दोनों अणुओं को तोड़कर इसका इस्तेमाल करता है। एक ऑक्सीजन एटम में 8 इलेक्ट्रॉन होते हैं, लेकिन इस तोड़ने की प्रक्रिया में दोनों ऑक्सीजन अणुओं में की बाहरी कक्षा  में 1-1 इलेक्ट्रॉन शेष रह जाते हैं, जिनका जोड़ा नहीं बन पाता है। अपना जोड़ा बनाने के लिए आतुर ये इलेक्ट्रॉन अपने आसपास की चीजों से रिएक्ट करने लगता है। इस प्रक्रिया को ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस  कहते हैं और इस शेष इलेक्ट्रॉन को ही फ्री रेडिकल कहते हैं। यहीं से शुरु होता है आपके शरीर में नुकसान और बुढ़ापे का चक्र। कुल मिलाकर आप यह समझें कि यही इलेक्ट्रॉन आपका दुश्मन है, जो आपके शरीर में इन सारे बदलावों के लिए जिम्मेदार होता है।

  • आपको बूढ़ा बनाता है।
  • त्वचा पर झुर्रियां पैदा करता है।
  • हार्ट अटैक और दूसरी कार्डियोवस्कुलर बीमारियों का कारण बनता है।
  • अर्थराइटिस और कैंसर जैसी समस्याओं का कारण बनता है।
  • मोतियाबिंद और उम्रदराज होने पर अंधेपन का कारण बनता है।
  • बालों को सफेद करने और बालों के झड़ने का कारण बनता है।
  • डायबिटीज के पनपने के पीछे भी यही प्रक्रिया जिम्मेदार है।
  • इम्यून रोगों और ऑटो इम्यून रोगों का कारण बनता है।

फ्री-रेडिकल्स को बढ़ाती हैं ये गलत आदतें 

फ्री रेडिकल्स हमारे शरीर में प्राकृतिक रूप से बनते रहते हैं, लेकिन कुछ गलत आदतें इस प्रक्रिया को बढ़ावा देती हैं, जिससे व्यक्ति ज्यादा तेजी से बूढ़ा होने लगता है और कई तरह की बीमारियों का शिकार बनता है। ये गलत आदतें हैं-

  • धूम्रपान यानी स्मोकिंग करने की आदत
  • एल्कोहल यानी शराब पीने की आदत
  • तेल में तली चीजें (फ्राइड फूड्स) खाने की आदत
  • केमिकल्स वाले प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल
  • वायु प्रदूषण

ये 3 फूड्स घटाते हैं आपकी जिंदगी 
अगर फ्री-रेडिकल्स को पूरी तरह रोक दिया जाए, तो इंसान अमर हो सकता है। लेकिन ऐसा संभव नहीं है। हालांकि कुछ फूड्स ऐसे हैं, जिनमें पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो फ्री रेडिकल्स की प्रक्रिया को धीमा कर देते हैं। एक नई रिसर्च के मुताबिक रोजाना इस्तेमाल के 3 फूड्स ऐसे हैं, जो आपको फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से कुछ हद तक बचा सकते हैं।ये फूड्स हैं-

  • चाय
  • कॉफी
  • डार्क चॉकलेट

रिसर्च के अनुसार इन तीनों फूड्स, चाय, कॉफी और चॉकलेट्स में एक खास एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है, जिसे हाइड्रोक्विनोन  कहते हैं। ये हाइड्रोक्विनोन अकेला फ्री-रेडिकल्स से लड़ने में कारगर नहीं है। लेकिन अगर इसके साथ जिंक मिल जाए, तो ये बहुत पावरफुल हो जाता है और शरीर को फ्री-रेडिकल्स की मार से कुछ हद तक बचा सकता है।

फलों और सब्जियों को खाना भी है जरूरी 

लगभग सभी प्राकृतिक आहारों में अलग-अलग तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो शरीर में ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस को कम करते हैं और फ्री-रेडिकल्स से होने वाले नुकसान को रोकते हैं। अलग-अलग रंगों के फलों और सब्जियों में अलग-अलग तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स और मिनरल्स पाए जाते हैं। इसलिए स्वस्थ, दीर्घायु और जवान बने रहने के लिए आपको अपने खानपान में ज्यादा से ज्यादा नैचुरल चीजोंस खासकर फलों और सब्जियों को शामिल करना चाहिए।

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