सिर दर्द की समस्या को आम समस्या माना जाता है।अक्सर सिर दर्द का कोई कारण नहीं होता कभी कभी ज्यादा तनाव, थकान और नींद न पूरी होने की वजह से सिर में दर्द होता है। कभी कभी किसी वजह से जैसे देर तक भूखे रहने, आंखों की कमजोर रोशनी, डिहाइड्रेशन, लंबे समय तक लैपटॉप, मोबाइल या टीवी पर आंखें लगाए रहने की वजह से ये समस्या उत्पन्न होती है।
कभी कभी सिर का दर्द माइग्रेन की वजह से भी हो सकता है। सिर दर्द की समस्या के लिए ज्यादातर हम कोई दर्द-निवारक दवाई लेकर उसे ठीक कर लेते है। लेकिन क्या आपको पता है हमेशा ये पेनकिलर दवाइयां हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाती है। इन दवाइयों के सेवन से पेट में एसिडिटी जलन जैसे समस्या उत्पन्न हो सकती है। आइए जाने इन औषधि के बारे में,
ब्राह्मी का उपयोग
ब्राह्मी में कई आयुर्वेदिक गुण पाए जाते है। यह औषधि शरीर को कूलिंग इफेक्ट्स प्रदान करती हैं जो तनाव को कम करने के लिए मदद करते हैं। ब्राह्मी और घी की कुछ बूंदों को नाक में डालने से सरदर्द की समस्या में आराम मिलता है।
चंदन का उपयोग
चंदन में शीतलता प्रदान करने के गुण पाए जाते है। अगर हम सिर दर्द को दूर करने के लिए चंदन का उपयोग पुराने समय से करते आ रहे है। इसके उपयोग का तरीका चंदन को घिसकर अपने माथे पर लगाएं , इस पेस्ट को बनाने के लिए थोड़ा चंदन के पाउडर में थोड़ा पानी मिलाकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को माथे पर लगाएं इसको लगाने से सर में ठंडक पहुंचती है और सर दर्द में आराम मिलता है।
छोटी इलायची का उपयोग
छोटी इलायची में कुछ ऐसे तत्व मौजूद होते है जो सिरदर्द दूर करने में मदद करते हैं।
सेंधा नमक का उपयोग
हम सभी सामान्य नमक का सेवन तो हमेशा ही करते है। लेकिन अगर हम सामान्य नमक को बदलकर सेंधा नमक का इस्तेमाल करते हैं तो इसके उपयोग से सिर दर्द को ठीक करने में मदद मिलती है। गुनगुने पानी में चुटकी भर सेंधा नमक डालकर सेवन करे, सिर दर्द में फायदेमंद होगा।
त्रिफला चूर्ण का उपयोग
त्रिफला भी ठंडक प्रदान करने के लिए उपयोगी है। ये फेफड़ों को साफ रखने में मदद करता है, शरीर को ठंडा रखता है और सांस से संबंधीत समस्या भी दूर होती हैं। इसका उपयोग साइनस-माइग्रेन जैसे सिर दर्द की परेशानी को कम करने के लिए भी किया जाता है।