कैल्शियम हमारे शरीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण खनिज है। यह हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाने, मांसपेशियों के संकुचन और तंत्रिका संकेतों के संचार में मदद करता है।आयुर्वेद में, कैल्शियम की कमी को ‘अस्थि क्षय’ के रूप में जाना जाता है।आज हम आपको बताएँगे कैल्शियम की कमी के कारण और इससे छुटकारा पाने के लिए क्या खाये।
यह कई कारकों के कारण हो सकता है, जिनमें शामिल हैं:
- पर्याप्त कैल्शियम और विटामिन डी का सेवन न करना: यह सबसे आम कारण है।
- पाचन संबंधी समस्याएं: जो कैल्शियम के अवशोषण को कम कर सकती हैं।
- कुछ दवाएं: जैसे कि स्टेरॉयड, मूत्रवर्धक और एंटासिड।
- थायराइड या पैराथायराइड ग्रंथि की समस्याएं: जो कैल्शियम के चयापचय को प्रभावित कर सकती हैं।
कैल्शियम की कमी के लक्षणों में शामिल हैं:
- हड्डियों का कमजोर होना और बार-बार फ्रैक्चर होना
- दांतों में दर्द और सड़न
- मांसपेशियों में ऐंठन और कमजोरी
- थकान
- चिड़चिड़ापन और नींद में खलल
- त्वचा में रूखापन और खुजली
आयुर्वेद में, कैल्शियम की कमी का इलाज आहार, जीवनशैली और जड़ी-बूटियों के संयोजन से किया जाता है।
यहां कुछ आयुर्वेदिक उपाय दिए गए हैं जो कैल्शियम की कमी को दूर करने में मदद कर सकते हैं:
- आहार:
- कैल्शियम से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें: दूध, दही, पनीर, हरी पत्तेदार सब्जियां, नट्स और बीज, मछली और अंडे कैल्शियम के अच्छे स्रोत हैं।
- विटामिन डी से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें: विटामिन डी कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है। सूरज की रोशनी, तैलीय मछली, अंडे की जर्दी और मशरूम विटामिन डी के अच्छे स्रोत हैं।
- भारी और ठंडा भोजन कम खाएं: यह पाचन को कमजोर कर सकता है और कैल्शियम के अवशोषण को प्रभावित कर सकता है।
- नमक का सेवन कम करें: अधिक नमक कैल्शियम को शरीर से बाहर निकाल सकता है।
- जीवनशैली:
- नियमित रूप से व्यायाम करें: व्यायाम हड्डियों को मजबूत बनाने और कैल्शियम के अवशोषण में सुधार करने में मदद करता है।
- पर्याप्त नींद लें: नींद के दौरान शरीर हड्डियों की मरम्मत करता है।
- तनाव कम करें: तनाव कैल्शियम के स्तर को कम कर सकता है।
- जड़ी-बूटियाँ:
- अश्वगंधा: यह एक लोकप्रिय आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जो हड्डियों को मजबूत बनाने और कैल्शियम के अवशोषण में सुधार करने में मदद करती है।
- शिलाजीत: यह एक खनिज पूरक है जो कैल्शियम और अन्य खनिजों का एक अच्छा स्रोत है।
- गुड़मार: यह एक जड़ी बूटी है जो पाचन में सुधार करने और कैल्शियम के अवशोषण को बढ़ाने में मदद करती है।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि कैल्शियम की कमी का इलाज करने के लिए किसी भी जड़ी बूटी या पूरक का उपयोग करने से पहले आपको अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।