दिग्गज अभिनेत्री अंजना भौमिक (79) का शनिवार को यहां निधन हो गया। पारिवारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।सूत्रों ने बताया कि पिछले कुछ समय से बीमार चल रहीं अंजना ने यहां एक निजी अस्पताल में सुबह करीब साढ़े दस बजे अंतिम सांस ली।सूत्रों के मुताबिक, उन्हें 16 फरवरी को सांस की समस्या के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अंजना वृद्धावस्था संबंधी समस्याओं के कारण कुछ माह से बिस्तर पर थीं।
अंजना के परिवार में उनकी बेटियां नीलांजना सेनगुप्ता और चंदना भौमिक हैं।पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अंजना भौमिक के निधन पर शोक जताया। यहां बांग्ला में जारी एक बयान में उन्होंने कहा कि अंजना को ‘निशिबासर’ और ‘प्रथम बसंत’ व अन्य फिल्मों में उनके अभिनय के लिए हमेशा याद किया जाएगा।बनर्जी ने कहा कि राज्य सरकार ने सिनेमा में योगदान के लिए उन्हें 2012 में बिशेष चलचित्र पुरस्कार से सम्मानित किया था।मुख्यमंत्री ने कहा कि भौमिक के निधन से जो रिक्तता उत्पन्न हुई है उसे कभी नहीं भरा जा सकेगा। बनर्जी ने भौमिक के परिजनों, मित्रों और असंख्य प्रशंसकों के लिए संवेदना प्रकट की।
वर्ष 1960 से 80 के दशक की लोकप्रिय अभिनेत्री रहीं अंजना ने ‘कखोनो मेघ’, ‘नायिका संगबाद’, ‘चौरंगी’, ‘प्रथम बसंत’ जैसी मशहूर बंगाली फिल्मों से ख्याति हासिल की थी।अंजना का जन्म कूचबिहार में हुआ था और स्नातक की पढ़ाई के दौरान वह कोलकाता आ गईं थीं।फिल्म जगत में 20 वर्ष की आयु में पदार्पण करने वाली अंजना ने 1964 में आई फिल्म ‘अनुस्तुप छंद’ से सबका ध्यान खींचा और वह अपने वास्तविक नाम आरती के बजाय अंजना के नाम से जानी जाने लगी। अगले साल ‘थाना ठेके अस्ची’ के साथ वह बंगाली फिल्म उद्योग में बड़े नामों में शुमार की जाने लगी।