आम आदमी पार्टी का दावा है कि उसके चुनावी गीत, जेल के बदले हम वोट देंगे. पर चुनाव आयोग ने रोक लगा दी है। जिस पर सवाल उठाते हुए दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है। आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि अब बीजेपी के एक और हथियार चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी के चुनावी गीत पर रोक लगा दी है । आतिशी ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है जब चुनाव आयोग ने किसी पार्टी के गीत पर रोक लगाए हो
चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी (आप) के प्रचार गीत पर प्रतिबंध लगा दिया है। दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने चुनाव आयोग के इस कदम की आलोचना करते हुए सवाल उठाए हैं. प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए उन्होंने कहा कि ये तानाशाही सरकार के लक्षण हैं. उन्होंने कहा कि जब भारतीय जनता पार्टी आदर्श आचार संहिता के दौरान विपक्षी नेताओं को जेल में डालने के लिए ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल करती है, तो भारत के चुनाव आयोग को इस पर कोई आपत्ति नहीं होती है, लेकिन जब आम आदमी पार्टी उनको गाने में लिख देती है तो उस पर चुनाव आयोग को बहुत आपत्ति है.आतिशी ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ होगा कि जब चुनाव आयोग ने किसी पार्टी के चुनावी गाने पर रोक लगाई हो। आतिशी ने कहा कि एक बार फिर भाजपा ने अपनी तानाशाही का सबूत देश के सामने रख दिया है। आज एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी और नरेंद्र मोदी जी ने देश के सामने यह सुबूत रख दिया कि उन्हें आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल से डर लगता है।
आतिशी ने कहा, “वे कहते हैं ‘जेल का जवाब वोट से देंगे’ ये सत्तारूढ़ पार्टी और एजेंसिज को बहुत पुअर लाइट में दिखाता है। CBI के डायरेक्टर को नहीं बदलेंगे। ED के डायरेक्टर को चुनाव के दौरान नहीं बदलेंगे। आप इनकम टैक्ट के डायरेक्टर को चुनाव के दौरान नहीं बदलेंगे। उनके विपक्ष पर हमले को नहीं रोकेंगे, लेकिन अगर कोई प्रचार में कह दे कि ‘झूठी गिरफ्तारियां हो रही हैं’ तो चुनाव आयोग को आपत्ति है।”
चुनाव की घोषणा के बाद उन्हें फर्जी मामले में गिरफ्तार कर लिया गया, ताकि अरविंद केजरीवाल लोकसभा चुनाव में प्रचार न कर सकें. ऐसा तानाशाही सरकारों में ही होता है. तानाशाही सरकारों में विपक्षी दलों को चुनाव प्रचार करने से रोका जाता है। आतिशी ने कहा कि आम आदमी के चुनावी गीत में कहीं भी बीजेपी का जिक्र नहीं है. हमने तानाशाही से लड़ने की बात की है. इस पर चुनाव आयोग का कहना है कि यह सत्ताधारी पार्टी की आलोचना है.
आतिशी ने कहा कि अब तो चुनाव आयोग भी मान रहा है कि बीजेपी तानाशाही कर रही है. तानाशाही के किसी विरोध को वह भाजपा का विरोध मान रही है. तानाशाही के किसी भी विरोध को वह प्रधानमंत्री मोदी की बात मान रहे हैं. बीजेपी वाले सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग करके ऐप पर पढ़ें करें तब चुनाव आयोग को दिक्कत नहीं होती है. लोकन हम इसकी खिलाफत और जिक्र भी करें तो आयोग को इससे दिक्कत होती है. आतिशी ने कहा कि जिस तरह से कांग्रेस पार्टी का बैंक अकाउंट सील किया गया उसी तरह अब आम आदमी पार्टी के प्रचार को रोका जा रहा है. आतिशी ने कहा कि उनकी पार्टी के चुनावी गीत में कहीं पर भी आचार संहिता का उल्लंघन नहीं किया गया है.
आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने आप के चुनावी गाने को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत की थी. बीजेपी ने कहा था कि आप के चुनावी गाने ‘जेल के जवाब में हम वोट देंगे’ के जरिए केंद्र की एनडीए सरकार की छवि खराब की जा रही है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इस गाने के जरिए उनकी पार्टी के नेताओं की छवि खराब की जा रही है. बीजेपी ने इसे आदर्श चुनाव संहिता का उल्लंघन बताते हुए चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग की थी.
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