बांग्लादेश के मातरबारी बंदरगाह का एक चैनल बनकर तैयार हो चुका है। इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री शेख हसीना कल (शनिवार) करेंगी। यह गहरे पानी का बंदरगाह है। इस बंदरगाह का पूरी तरह परिचालन 2026 में शुरू होने की उम्मीद है। इसके अलावा हसीना कॉक्स बाजार के महेशखाली में पहले टर्मिनल की आधारशिला भी रखेंगी। यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स में दी गई है।
मातरबारी बंदरगाह को भारत के लिए भी गेमचेंजर बताया जा रहा है। गहरे पानी का यह बंदरगाह बड़े समुद्री पोतों का ठिकाना बन सकता है। इतना ही नहीं, मातरबारी बंदरगाह भारत के पूर्वोत्तर, खासकर त्रिपुरा के साथ चारों और से जमीन से घिरे नेपाल और भूटान के साथ भी कनेक्टिविटी का नया माध्यम बन सकता है। इस बंदरगाह का निर्माण जापान के सहयोग से गया गया है।
इंडिया नैरेटिव की रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान में लगभग 350 जापानी कंपनियां बांग्लादेश में काम करती हैं। बांग्लादेश के कॉक्स बाजार में स्थित मातरबारी बंदरगाह मुख्य रूप से बंगाल की खाड़ी के औद्योगिक विकास केंद्रों के तहत जापान इंटरनेशनल कॉर्पोरेशन एजेंसी के जरिए विकसित किया जा रहा है।
नेशनल मैरीटाइम फाउंडेशन ने अपने अध्ययन में कहा कि यह कनेक्टिविटी भारत और जापान के बीच बुनियादी ढांचे, पर्यटन, सांस्कृतिक एकीकरण सहित लॉजिस्टिक और ट्रेड सहित कई क्षेत्रों में सहयोग के नए रास्तों को खोलेगी। इस बंदरगाह के चालू होने से हल्दिया बंदरगाह का भार कम हो जाएगा। यह परियोजना बांग्लादेश में चीन के बढ़ते प्रभाव को रोकने में भारत की मदद भी करेगी।