भारतीय स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी एच एस प्रणय ने शुक्रवार को शानदार प्रदर्शन करते हुए दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसन को क्वार्टर फाइनल में हराकर विश्व चैंपियनशिप में पदक पक्का कर लिया। अब उनका सामना थाईलैंड के कुनलावत वितिदसर्न से होगा। प्रणय ने तीन गेमों तक चले क्वार्टर फाइनल मुकाबले में ओलंपिक चैंपियन पर 13-21, 21-15, 21-16 से 68 मिनट में जीत हासिल की। प्रणय का यह विश्व चैंपियनशिप में पहला पदक होगा।
पीवी सिंधु एक स्वर्ण, दो रजत और दो कांस्य जीत चुकी हैं। वहीं, साइना नेहवाल ने एक रजत और एक कांस्य अपने नाम किया है। किंदाबी श्रीकांत के नाम एक रजत पदक है। प्रकाश पादुकोण, बी साई प्रणीत और लक्ष्य सेन कांस्य पदक जीत चुके हैं। युगल में सात्विक साईराज रैंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी कांस्य के अलावा महिला युगल में ज्वाला गट्टा और अश्विनी पोनप्पा कांस्य पदक है।
पहले गेम में दुनिया के नौवें नंबर के खिलाड़ी प्रणय को लय हासिल करने में समय लगा तब तक स्थानीय स्टार एक्सेलसन 11-5 की बढ़त बना चुके थे। एक्सेलसन ने कोर्ट पर अपनी चपलता से लगातार बढ़त बनाए रखी और पहला गेम आसानी से जीत लिया। दूसरे गेम में भारतीय खिलाड़ी ने रिद़म पाली। उन्होंने लंबी रैंलियों के बाद अंक बटोरे। उन्होंने डेनमार्क के खिलाड़ी के स्मैशों पर न केवल अच्छा गेम दिखाया, बल्कि नेट पर भी ड्रॉप शॉट खेले। दूसरा गेम 21-15 से जीतकर उन्होंने मुकाबले को निर्णायक गेम की ओर मोड़ दिया।
तीसरे गेम में प्रणय का दबदबा दिखाई दिया। उन्होंने मध्यांतर तक 11-6 से बढ़त बना ली थी। उधर, एक्सेलसन पर थकान हावी होती नजर आ रही थी। प्रणय पर काफी दबाव था क्योंकि विक्टर को घरेलू दर्शकों का बड़ा समर्थन मिल रहा था। एच एस प्रणय ने कहा, ”हां, अंतत: मैंने विश्व चैंपियनशिप में पदक जीत ही लिया। मैंने पूरा फोकस मैच पर कर रखा था। मेरा ध्यान बस अंक हासिल करने पर था।”
सात्विक साईराज रैंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की भारतीय युगल जोड़ी विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में दूसरा पदक हासिल करने से चूक गई। विश्व रैंकिंग में दूसरे नंबर की जोड़ी को क्वार्टर फाइनल में डेनमार्क के किम एस्तरुप और आंद्रियास रासमुसीन के हाथों 48 मिनट में 18-12, 19-21 से हार का सामना करना पड़ा। सात्विक और चिराग ने पिछली विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था। इससे पहले भारतीय जोड़ी की डेनमार्क की इस जोड़ी से 2021 में भिड़ंत हुई थी। इस मैच से पहले भारतीय जोड़ी का इस प्रतिद्वंद्वी जोड़ी के खिलाफ 2-5 का जीत-हार का रिकॉर्ड था।