प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों के कल्याण के लिए केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता दोहराया है। श्री मोदी ने रविवार को घोषित राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड की स्थापना के लाभों के संबंध में निजामाबाद से तेलंगाना के सांसद अरविंद धर्मपुरी के एक पोस्ट का जवाब देते हुए सोमवार को एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “हमारे किसानों की भलाई और समृद्धि हमेशा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता रही है।”
उन्होंने कहा, “राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड की स्थापना करके, हमारा लक्ष्य हमारे हल्दी किसानों की क्षमता का दोहन करना और उन्हें वह समर्थन देना है जिसके वे हकदार हैं। निज़ामाबाद के लिए लाभ विशेष रूप से बहुत अधिक हैं। हम अपने हल्दी किसानों के लिए उज्जवल भविष्य सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास करते रहेंगे।’
श्री मोदी ने महबूबनगर में कल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तेलंगाना रैली को संबोधित करते हुए कहा कि कैसे भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) सरकार राज्य के किसानों को धोखा दे रही है जबकि यह भाजपा है जो किसानों को सशक्त बनाने के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि बीआरएस और कांग्रेस, दोनों वंशवादी पार्टियां केवल भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी को बढ़ावा देने के लिए काम कर रही हैं।
आज, प्रधानमंत्री मोदी की राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड की घोषणा तेलंगाना, विशेषकर निज़ामाबाद में किसानों के जीवन के उत्थान के लिए भाजपा की प्रतिबद्धता का एक प्रमाण है। यह कदम हल्दी की खेती में क्रांति लाएगा, उचित मूल्य और वैश्विक मान्यता सुनिश्चित करेगा।
इस दौरान श्री मोदी ने कहा, “हल्दी सिर्फ एक फसल नहीं है, यह हमारी संस्कृति का एक अभिन्न अंग है, जिसका उपयोग स्वास्थ्य और धार्मिक उद्देश्यों के लिए किया जाता है। महामारी के दौरान इसके प्रतिरक्षा-बढ़ाने वाले गुणों के कारण इसकी मांग बढ़ गई। हल्दी बोर्ड, बुआई से लेकर कटाई तक, विपणन से लेकर निर्यात तक, हमारे किसानों के लिए गेम-चेंजर साबित होगा।” उन्होंने कहा, राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड तेलंगाना के कृषि समुदाय के लिए आशा की किरण है!