कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकाजु्रन खरगे तथा पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सीवान में जहरीली शराब से कई लोगों के मारे जाने की घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए गुरुवार को कहा कि बिहार सरकार अवैध शराब का कारोबार रोकने में विफल साबित हुई है इसलिए राज्य में जहरीली शराब की घटनाएं हो रही हैं।
श्री खरगे ने कहा, “बिहार के सीवान और सारण के 16 गांवों में जहरीली शराब से अब तक 36 लोगों की मृत्यु हो चुकी है, जो बेहद पीड़ादायक और दुःखद है। पीड़ितों के शोकाकुल परिवारजनों को हमारी गहरी संवेदनाएं। सरकार से अनुरोध कि दोषियों को न्यायसंगत कड़ी से कड़ी सज़ा दिलवाई जाए।”
उन्होंने बिहार सरकार पर अवैध शराब पर रोक लगाने में विफल रहने का आरोप लगाया और कहा, “इससे पहले और भी ज़िलों में लगातार अवैध शराब से कई लोगों ने जान गंवाई है, जो बताता है कि बिहार सरकार अवैध शराब के क़ारोबार को रोकने में कितनी विफ़ल है।”
बिहार में अवैध शराब के कारण लोगों के मारे जाने की घटनाओं का विवरण देते हुए उन्होंने कहा “इससे पहले अप्रैल 2023 में मोतिहारी में ज़हरीली शराब के सेवन से 26 लोगों की मृत्यु हुई थी। दिसंबर 2022 में छपरा में 71 लोगों की जान चली गई थी और दर्जनों लोगों की आंख की रोशनी चली गई थी जबकि मार्च 2022 बांका में 12 लोगों की मृत्यु हुई। नवम्बर 2021 में गोपालगंज, बेतिया और मुजफ्फरपुर में ज़हरीली शराब पीने से 43 लोगों की मृत्यु हो गई थी।”
श्री खरगे ने कहा कि ये घटनाएं तब हो रही हैं जब “साल 2017 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी ने कहा था कि ‘मेरे ज़िंदा रहते बिहार में नहीं बिकेगी शराब’, शराबबंदी तो लागू हो गई, पर अवैध शराब का ग़ैरकानूनी क़ारोबार क्यों चालू है। बिहार में मौकापरस्त डबल इंजन सरकार सैकड़ों लोगों की जान लेने के लिए ज़िम्मेदार है।”
श्री गांधी ने कहा,“बिहार में ज़हरीली शराब पीने की वजह से कई लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुखद है। सभी शोकाकुल परिजनों को मेरी गहरी संवेदनाएं। जो भी इन हादसों में बीमार हुए हैं, उनके शीघ्र स्वस्थ होने की आशा करता हूं। शराबबंदी होने के बावजूद बिहार निरंतर ऐसी घटनाओं से ग्रस्त है क्योंकि आपराधिक तत्व निर्भीक हो कर अवैध शराब का कारोबार चला रहे हैं। सरकार से अपेक्षा है कि वो ऐसी त्रासदियों और अपराधों की रोकथाम के लिए कड़े कदम उठाएं।”
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