भाजपा ने कांग्रेस की सरकारों पर कई जमीन घोटाले करने का आरोप लगाते हुए गांधी परिवार के साथ-साथ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर भी निशाना साधा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मीडिया से बात करते हुए सवाल पूछा कि आखिर कांग्रेस पार्टी की सरकारों में जमीन डील को लेकर इतना प्रेम क्यों होता है?
उन्होंने कहा कि हरियाणा में हुड्डा सरकार के दौरान लैंड डील का मामला सामने आया, कर्नाटक में सिद्धारमैया की मुडा डील चल रही है। अब, कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे के परिवार के सिद्धार्थ विहार सोसायटी की चर्चा भी सामने आ गई है। इससे पहले दामाद बाबू की चर्चा भी खूब हो चुकी है। राजस्थान में अशोक गहलोत और हरियाणा में हुड्डा की सरकारों का कितना आशीर्वाद उन्हें मिला था।
प्रसाद ने कांग्रेस पार्टी के नेताओं पर बड़ा आरोप लगाते हुए आगे कहा कि आज हम भाजपा की ओर से सवाल उठाना चाहते हैं कि आखिर कांग्रेस पार्टी की सरकारों को लैंड डील से इतना प्यार क्यों है? यह स्पष्ट है कि कांग्रेस सरकार और उसके नेताओं को जमीन डील का बहुत शौक है। कांग्रेस के कुछ नेता ‘प्रॉपर्टी डीलर’ बन गए हैं।
कर्नाटक में हुए मुडा घोटाले के बारे में विस्तार से बोलते हुए प्रसाद ने कहा कि अभी इस मामले की आग ठंडी भी नहीं हुई थी कि सिद्धार्थ विहार सोसायटी का मामला सामने आ गया है। जिसके बारे में कहा जाता है कि यह कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के परिवार से संबंधित है। खड़गे साहब के परिवार को दी गई जमीन में कई संदेहास्पद बातें हैं, मामला कोर्ट में है और कोर्ट अपना काम करेगा। लेकिन, खड़गे कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, राज्यसभा में विपक्ष के नेता भी हैं तो इसका जवाब तो उन्हें और कांग्रेस पार्टी को देना पड़ेगा। खड़गे और राहुल गांधी, प्रधानमंत्री मोदी से बहुत सवाल पूछते हैं, सवाल पूछना उनका हक है। लेकिन, हम यह उम्मीद भी करते हैं कि वे इस जमीन आवंटन मामले में ईमानदारी, पारदर्शिता और प्रामाणिकता के साथ जवाब देंगे। इस बारे में उठ रहे सारे सवालों का जवाब देंगे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस जहां-जहां भी सत्ता में आई, वहां-वहां लैंड डील करवाई। कांग्रेस नेता जमीन हड़पने के अभियान में लगे हुए हैं। भाजपा इसकी कड़ी भर्त्सना करती है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में सिद्धारमैया के मुडा डील की ईमानदारी से जांच हो रही है और होनी भी चाहिए।
सोनम वांगचुक के मसले पर राहुल गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि वे पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु की घटना पर चुप क्यों रहते हैं? जयराम रमेश और अन्य कांग्रेस नेताओं के बयान को लेकर पूछे गए सवाल पर पलटवार करते हुए भाजपा नेता ने कहा कि मणिपुर एक संवेदनशील विषय है, हम सबको वहां मिलकर काम करना है, वहां काम (शांति स्थापित करने के लिए) किया जा रहा है। कांग्रेस को इससे बाहर निकलकर आना चाहिए। कांग्रेस यह स्पष्ट करे कि वह आतंकवाद के मसले पर प्रधानमंत्री के स्टैंड के साथ है या नहीं? लेकिन कांग्रेस इस पर अभी तक चुप है।
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