एमएमए मुकाबला जीतने वाले पहले भारतीय पुरुष पहलवान बने संग्राम सिंह

भारतीय पहलवान संग्राम सिंह ने गामा इंटरनेशनल फाइटिंग चैंपियनशिप में अपना पहला मुकाबला जीतकर एमएमए (मिक्सड मार्शल आर्ट) जगत में अपनी पहचान बनाई।

कॉमनवेल्थ गेम्स हैवीवेट कुश्ती चैंपियन संग्राम ने मात्र एक मिनट और 30 सेकंड में पाकिस्तानी पहलवान अली रजा नासिर को हराया, जो उनसे 17 साल छोटे हैं। इस तरह वह मिक्सड मार्शल आर्ट मुकाबला जीतने वाले पहले भारतीय पुरुष पहलवान बन गए।

11 प्रतिस्पर्धी देशों के बीच संग्राम की उपलब्धि 93 किलोग्राम वर्ग में किसी भारतीय द्वारा दर्ज की गई सबसे तेज जीत है। उन्होंने अपने कुश्ती कौशल और रणनीतिक समझ का प्रदर्शन करके एकतरफा जीत हासिल की। वो एक पारंपरिक कुश्ती से ताल्लुक रखते हैं और प्रशिक्षण के प्रति तत्पर रहते हैं।

संग्राम सिंह ने मुकाबला जीतने के बाद कहा, “मुझे देश का प्रतिनिधित्व करते हुए यह जीत हासिल करने पर बहुत गर्व है। यह जीत भारत में एमएमए के बेहतर भविष्य की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह व्यक्तिगत उपलब्धि से बढ़कर है। मुझे उम्मीद है कि वैश्विक स्तर पर यह मान्यता भारतीय सरकार को मिश्रित मार्शल आर्ट का समर्थन करने वाले कार्यक्रमों को लागू करने के लिए प्रेरित करेगी और युवाओं को इस खेल को अपनाने के लिए प्रेरित करेगी।

“मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि इससे युवा एथलीटों को अपनी आंतरिक शक्ति खोजने, महानता के लिए प्रयास करने और मिश्रित मार्शल आर्ट की दुनिया में आने वाली बाधाओं को पार करने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।”

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