राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक 3000 मीटर स्टीपलचेज धावक अविनाश साबले शुक्रवार देर रात को यहां डायमंड लीग फाइनल में निराशाजनक प्रदर्शन के साथ नौवें स्थान पर रहे। अपना 30वां जन्मदिन मना रहे साबले पहली बार डायमंड लीग फाइनल में हिस्सा ले रहे थे। वह 10 खिलाड़ियों की दौड़ में आठ मिनट 17.09 सेकंड के समय के साथ नौवें पायदान पर रहे।
कीनिया के अमोस सेरेम आठ मिनट 06.90 सेकंड के समय के साथ डायमंड लीग चैंपियन बने, जबकि मौजूदा ओलंपिक और विश्व चैंपियन मोरक्को के सौफियाने एल बक्काली (आठ मिनट 08.60 सेकंड) ने दूसरा स्थान हासिल किया। ट्यूनीशिया के मोहम्मद अमीन झिनाउई आठ मिनट 09.68 सेकंड के साथ तीसरे स्थान पर रहे। विश्व चैंपियन और पेरिस ओलंपिक के रजत पदक विजेता भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा आज देर रात चुनौती पेश करेंगे।
साबले इससे पहले पेरिस ओलंपिक में भी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में विफल रहे थे। वह आठ मिनट 14.18 सेकंड के समय के साथ 11वें स्थान पर रहे थे। साबले ने इस सत्र में डायमंड लीग के दो आयोजनों में हिस्सा लिया है और वह तीन अंक के साथ तालिका में 14वें स्थान पर थे। उनसे उच्च रैंकिंग वाले चार खिलाड़ियों के प्रतियोगिता से हटने के बाद उन्होंने फाइनल में जगह बनायी।
इस सत्र में डायमंड लीग के 14 आयोजनों में से पांच में पुरुषों की 3000 मीटर स्टीपलचेज स्पर्धा थी। साबले ने सात जुलाई को डायमंड लीग के पेरिस चरण में आठ मिनट 09.91 सेकंड के समय के साथ अपने ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड में सुधार के साथ छठा स्थान हासिल किया था। वह 25 अगस्त को सिलेसिया चरण में 14वें स्थान (आठ मिनट 29.96 सेकंड) पर रहे थे।
प्रत्येक डायमंड लीग सत्र के फाइनल के चैंपियन को प्रतिष्ठित ‘डायमंड ट्रॉफी’, 30,000 डॉलर की पुरस्कार राशि और विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए एक वाइल्ड कार्ड से सम्मानित किया जाता है। उपविजेता को 12,000 डॉलर मिलेंगे और इसी तरह आठवें स्थान पर रहने वाले को 1000 अमेरिकी डॉलर मिलेंगे।
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