प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को प्रथम अंतरराष्ट्रीय सौर महोत्सव में कहा कि भारत हरित भविष्य के लिए दुनिया के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने विश्व से ऐसे उपाय शुरू करने का आह्वान किया, जिससे पृथ्वी को अधिक हरित ग्रह बनाया जा सके।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक वीडियो संदेश के माध्यम से पहले अंतरराष्ट्रीय सौर महोत्सव को संबोधित करते हुए कार्यक्रम में हिस्सा लेने वालों का स्वागत किया और इस अद्भुत पहल के लिए अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय सौर महोत्सव पूरी दुनिया को सूर्य के प्रभाव का जश्न मनाने के लिए एक साथ लाता है। यह एक ऐसा मौका है जो हमें एक बेहतर ग्रह बनाने में मदद करेगा।
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में भारत ने हरित ऊर्जा के क्षेत्र में कई बड़े कदम उठाए हैं। हम नवीकरणीय ऊर्जा में पेरिस प्रतिबद्धताओं को प्राप्त करने वाले पहले जी-20 राष्ट्र थे। सौर ऊर्जा की उल्लेखनीय वृद्धि इसे संभव बनाने में एक प्रमुख कारण है। पिछले 10 वर्षों में हमारी सौर ऊर्जा क्षमता 32 गुना बढ़ गई है। यह गति और पैमाना हमें 2030 तक पांच सौ (500) गीगावाट गैर-जीवाश्म क्षमता हासिल करने में भी मदद करेगा।
प्रधानमंत्री ने कुछ महीने पहले शुरू की गई पीएम सूर्य घर मुफ़्त बिजली योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि हम इस योजना में 750 बिलियन रुपये का निवेश कर रहे हैं। हमारा लक्ष्य 10 मिलियन परिवारों को अपनी छत पर सौर पैनल लगाने में मदद करना है। हम लोगों के बैंक खातों में सीधे वित्तीय सहायता हस्तांतरित कर रहे हैं। अतिरिक्त वित्त की आवश्यकता होने पर कम ब्याज, संपार्श्विक मुक्त ऋण भी सक्षम किए जा रहे हैं। अब, ये घर अपनी ज़रूरतों के लिए स्वच्छ बिजली पैदा कर रहे हैं। इसके अलावा, वे अतिरिक्त बिजली को ग्रिड को बेचकर पैसा भी कमा सकेंगे।
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