कुलथी की दाल: पथरी से राहत का प्राकृतिक उपाय, जानें सेवन करने का सही तरीका

कुलथी की दाल सदियों से आयुर्वेद में किडनी स्टोन यानी पथरी के इलाज के लिए इस्तेमाल होती रही है। इसमें मौजूद गुण पथरी को तोड़ने और उसे शरीर से बाहर निकालने में मदद करते हैं।

कुलथी की दाल क्यों है फायदेमंद?

  • पथरी को तोड़ने में मदद: कुलथी की दाल में मौजूद कुछ तत्व पथरी को तोड़ने में मदद करते हैं जिससे उन्हें शरीर से बाहर निकालना आसान हो जाता है।
  • सूजन कम करती है: यह गुर्दे में होने वाली सूजन को कम करने में मदद करती है जो पथरी के कारण होती है।
  • पेशाब में वृद्धि: कुलथी की दाल पेशाब में वृद्धि करती है जिससे पथरी को शरीर से बाहर निकालने में मदद मिलती है।
  • एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर: इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुर्दों को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।

कुलथी की दाल का सेवन कैसे करें?

  • कुलथी का पानी:
    • रात को एक मुट्ठी कुलथी की दाल को एक लीटर पानी में भिगो दें।
    • सुबह खाली पेट इस पानी को छानकर पी लें।
    • इस पानी को आप दिन भर में भी पी सकते हैं।
  • कुलथी की दाल की खिचड़ी:
    • आप कुलथी की दाल को उबालकर खिचड़ी बनाकर भी खा सकते हैं।
    • इसमें आप अपनी पसंद के अनुसार सब्जियां भी मिला सकते हैं।

कुछ महत्वपूर्ण बातें

  • नियमित सेवन: अधिकतम लाभ के लिए आपको इसे नियमित रूप से पीना चाहिए।
  • डॉक्टर की सलाह: किसी भी घरेलू उपचार को शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
  • पानी का सेवन: कुलथी की दाल के साथ पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं।
  • संतुलित आहार: कुलथी की दाल के साथ संतुलित आहार लें।

सावधानियां

  • एलर्जी: कुछ लोगों को कुलथी से एलर्जी हो सकती है। इसलिए, पहली बार उपयोग करने से पहले थोड़ी मात्रा में इसका इस्तेमाल करके देखें।
  • किडनी की बीमारी: किडनी की गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों को कुलथी का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

ध्यान दें: कुलथी की दाल पथरी के इलाज के लिए एक प्राकृतिक उपचार है, लेकिन यह किसी भी चिकित्सा उपचार का विकल्प नहीं है। यदि आपको पथरी की समस्या है तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

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