नीम गिलोय का जूस: डायबिटीज के रोगियों के लिए एक वरदान

नीम और गिलोय दोनों ही आयुर्वेद में अपनी औषधीय गुणों के लिए प्रसिद्ध हैं। इन दोनों को मिलाकर बनाया गया जूस डायबिटीज के रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है।यह सच है कि नीम और गिलोय के जूस में कुछ ऐसे गुण होते हैं जो डायबिटीज के रोगियों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं।आज हम आपको बताएँगे नीम गिलोय का जूस पीने के फायदे।

नीम के फायदे:

  • नीम में एंटी-डायबिटिक गुण होते हैं जो रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद कर सकते हैं।
  • यह इंसुलिन के प्रतिरोध को कम करने में भी मदद कर सकता है, जिससे शरीर इंसुलिन का उपयोग अधिक प्रभावी ढंग से कर सकता है।
  • नीम में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं जो डायबिटीज से जुड़ी जटिलताओं को कम करने में मदद कर सकते हैं।

गिलोय के फायदे:

  • गिलोय को रक्त में शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करने के लिए जाना जाता है।
  • यह मूत्र में शर्करा के उत्सर्जन को भी बढ़ा सकता है।
  • गिलोय में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं जो डायबिटीज से जुड़ी जटिलताओं को कम करने में मदद कर सकते हैं।

नीम और गिलोय का जूस कैसे बनाएं:

  • 4-5 नीम की पत्तियां
  • 1 इंच गिलोय का स्टेम
  • 1 गिलास पानी

विधि:

  1. नीम की पत्तियों और गिलोय के स्टेम को अच्छी तरह धो लें।
  2. उन्हें एक बर्तन में पानी के साथ डालें और उबाल लें।
  3. 5 मिनट तक उबालने के बाद, गैस बंद कर दें और छान लें।
  4. ठंडा होने दें और फिर पिएं।

ध्यान दें:

  • यह जूस डायबिटीज की दवा का विकल्प नहीं है।
  • यदि आप डायबिटीज के लिए कोई दवा ले रहे हैं, तो जूस का सेवन शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें।
  • यदि आपको जूस पीने के बाद कोई प्रतिकूल प्रतिक्रिया होती है, तो तुरंत इसका सेवन बंद कर दें और डॉक्टर से सलाह लें।

अन्य बातें:

  • डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए, स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम करना भी महत्वपूर्ण है।
  • अपने डॉक्टर से नियमित रूप से जांच करवाएं और उनके निर्देशों का पालन करें।

यह जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। डायबिटीज के इलाज के लिए कृपया किसी योग्य स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से सलाह लें।

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