मुंहासे चेहरे पर ही ज्यादा क्यों होते है,जानिए इससे बचने के लिए 6 जरूरी बातें

आजकल मुंहासे निकलना आम बात है लोग इससे छुटकारा पाने के कई उपाय करते हैं। मुहांसे या पिंपल्स त्वचा पर निकलने वाले छोटे-छोटे दाने होते हैं, जो बहुत जिद्दी होते हैं और जल्दी ठीक नहीं होते हैं। पिंपल्स आमतौर पर तब होते हैं जब चेहरे पर मौजूद तेल ग्रंथियां बंद हो जाती हैं या उनमें किसी तरह का संक्रमण हो जाता है। इस संक्रमण के कारण त्वचा थोड़ी सूज जाती है, जो दाने जैसी दिखती है और मवाद जैसे पदार्थ से भर जाने पर लाल या पीली दिखाई देती है। पिंपल्स और एक्ने (Pimples And Acne) लगभग एक सी समस्याएं हैं। आमतौर पर पिंपल्स शरीर के किसी भी हिस्से में किसी भी उम्र में हो सकते हैं, मगर ज्यादातर लोगों में ये चेहरे पर ही देखे जाते हैं। इसका भी एक कारण है कि चेहरे पर ही पिंपल्स ज्यादा क्यों होते हैं।

पिंपल्स ज्यादातर चेहरे पर ही क्यों होते हैं?
चेहरे पर पिंपल्स होने का मुख्य कारण सीबम बनाने वाले ग्लैंड्स होते हैं। आमतौर पर ये ग्लैंड्स चेहरे की त्वचा पर ज्यादा पाए जाते हैं, इसलिए पिंपल्स भी चेहरे पर ही ज्यादा होते हैं। सीबम एक प्राकृतिक तेल है, जो त्वचा की नमी बनाए रखने के लिए प्राकृतिक रूप से शरीर से बाहर निकलता है। आमतौर पर शरीर के ऊपरी हिस्से यानी स्कैल्प (खोपड़ी) में ये तैलीय ग्रंथियां ज्यादा होती हैं, मगर इनकी सबसे ज्यादा संख्या चेहरे पर मौजूद होती है। चेहरे पर भी T ज़ोन में सबसे ज्यादा ग्रंथियां होती हैं। इसलिए पिंपल्स की समस्या भी सबसे ज्यादा चेहरे पर ही होती है।

क्यों होते हैं पिंपल्स?
आमतौर पर टीनएज यानी किशोरावस्था में पिंपल्स की समस्या ज्यादा होती है। इसका एक बड़ा कारण शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलाव हैं। हार्मोन्स के बदलावों के कारण त्वचा की ऊपरी सतह पर मौजूद तैलीय ग्रंथियां ज्यादा एक्टिव हो जाती हैं और पिंपल्स होने लगते हैं। इसके अलावा कई बार दवाओं के साइड इफेक्ट्स के कारण या कुछ खास सप्लीमेंट्स की कमी या अधिकता के कारण भी पिंपल्स होने लगते हैं। 25 की उम्र के बाद ये बहुत कम लोगों को होते हैं। एक रिसर्च के मुताबिक 25 की उम्र के बाद 3% पुरुषों को और 12% महिलाओं को ही पिंपल्स की समस्या होती है।

पिंपल्स से कैसे बच सकते हैं आप?

  • अपने चेहरे को दिन में कम से कम 2 बार माइल्ड फेसवॉश से धोएं, ताकि चेहरे पर मौजूद धूल और प्रदूषण के कण निकल जाएं और तेल व पसीना भी साफ हो जाए।
  • त्वचा पर वाटर बेस्ड मॉइश्चराइजर का प्रयोग करें, जिससे कि चेहरे पर तेल की मात्रा भी न बढ़े और त्वचा मॉइश्चराइज भी रहे।
  • शरीर में पानी की कमी होने पर ऑयल ग्लैंड्स ज्यादा ऑयल छोड़ते हैं। इसलिए आपको पर्याप्त पानी पीना चाहिए। एक दिन में 8-12 ग्लास पानी जरूर पिएं।
  • चेहरे पर बहुत ज्यादा मेकअप के इस्तेमाल से रोमछिद्र ब्लॉक हो जाते हैं। इसलिए मेकअप प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल कम से कम करें और इस्तेमाल के बाद मेकअप रिमूवर से त्वचा को साफ करें।
  • अपने चेहरे को बार-बार न छूते रहें क्योंकि बार-बार छूने से रोमछिद्रों में बैक्टीरिया और गंदगी भर जाती है, जो कि पिंपल का कारण बनते हैं।
  • धूप में बहुत ज्यादा निकलने वालों में भी पिंपल्स की समस्या हो सकती है। इसलिए धूप में कम निकलें और निकलें तो सनस्क्रीन जरूर लगाएं।

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