घुटनों के दर्द से हैं परेशान तो अखरोट खाना हो सकता है फायदेमंद, जानें सेवन करने का सही तरीका

आजकल की ख़राब और व्यस्त जीवनशैली कई बीमारियों का कारण बनती जा रही है। इनमें घुटनों का दर्द भी शामिल है. पहले घुटनों का दर्द  अक्सर 40 की उम्र के बाद लोगों को परेशान करता था, लेकिन अब बच्चों और बड़ों को भी घुटनों के दर्द की शिकायत होने लगी है।ऐसे में वे दर्द से राहत पाने के लिए दर्द निवारक  दवाइयों का सेवन करते हैं, जो सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं। आप चाहें तो प्राकृतिक तरीके से भी घुटनों के दर्द से राहत पा सकते हैं। अखरोट घुटनों के दर्द के लिए एक कारगर उपाय है। अखरोट के नियमित सेवन से घुटनों के दर्द को दूर किया जा सकता है। चलिए जानते हैं घुटनों के दर्द में अखरोट कैसे खाएं?

घुटनों के दर्द में अखरोट कैसे खाएं?- एक्सपर्ट बताते है कि अखरोट में ओमेगा-3 फैटी एसिड भरपूर होता है, इसलिए घुटनों के दर्द में अखरोट खाना फायदेमंद होता है। एक्सपर्ट बताती हैं कि घुटनों में दर्द होने पर आप सुबह खाली पेट अखरोट की गिरी खा सकते हैं। इसके लिए आप रात को अखरोट भिगोकर रखें, सुबह खाली पेट चबाकर खा लें। घुटनों में दर्द होने पर आप रोज सुबह खाली पेट 1-2 अखरोट खा सकते हैं। रोजाना अखरोट खाने से आपको घुटनों के दर्द में आराम मिलने लगेगा।

घुटनों के दर्द के लिए अखरोट के फायदे

  • अखरोट पोषक तत्वों से भरपूर होता है। अखरोट में भरपूर मात्रा में प्रोटीन, विटामिन बी6, ओमेगा 3, कैल्शियम और मिनरल्स अधिक मात्रा में होता है। जो घुटनों को मजबूत बनाते हैं।
  • अखरोट में एंटीऑक्सीडेंट भी अधिक होते हैं, जो सूजन को कम करने में मदद करते हैं।
  • अखरोट के नियमित सेवन से अर्थराइटिस के विकास के जोखिम को कम किया जा सकता है।
  • अखरोट में ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है, जो ऑस्टियोअर्थराइटिस और रूमेटोइड अर्थराइटिस के दर्द को कम करने में मदद करते हैं।
  • अखरोट में मौजूद ओमेगा 3 फैटी एसिड और एंटीऑक्सीडेंट घुटनों के दर्द को ठीक करने में मदद करते हैं।

घुटनों में सूजन, दर्द, जकड़न और चलने में परेशान होना घुटनों में दर्द के लक्षण हो सकते हैं। इस स्थिति में पीड़ित व्यक्ति को एक्सरसाइज करने, सीढ़ियां चढ़ने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।

घुटनों में दर्द का कारण 
बढ़ती उम्र में घुटनों का दर्द अक्सर ही परेशान करता है। यह शरीर में पोषक तत्वों की कमी या फिर घुटने के ऑस्टियोअर्थराइटिस की वजह से हो सकता है। जब घुटने की हड्डियों को कुशन करने वाली कार्टिलेज का क्षरण होने लगता है, तो हड्डियां आपस में रगड़ने लगती हैं। यह स्थिति घुटनों में दर्द और सूजन का कारण बनती है। कार्टिलेज एक ऊतक है, जो हड्डियों को क्षतिग्रस्त होने से बचाता है। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, कार्टिलेज के टूटने की संभावना बढ़ जाती है और ऑस्टियोअर्थराइटिस हो सकता है।

अगर शरीर में पोषक तत्वों की कमी की वजह से घुटनों में दर्द होता है, तो अखरोट काफी फायदेमंद होता है। वही अगर ऑस्टिोअर्थराइटिस की वजह से भी घुटनों में दर्द होता है तो भी अखरोट का सेवन किया जा सकता है। लेकिन अथर्राइटिस की स्थिति में डॉक्टर की सलाह पर दवाइयों का सेवन भी किया जा सकता है।

अखरोट में मौजूद तत्व घुटनों की हड्डियों को मजबूत बनाते हैं, घुटनों के दर्द में आराम दिलाते हैं। अखरोट का तेल भी लुब्रिकेशन  में मदद करता है। घुटनों के दर्द से जल्दी छुटकारा पाने के लिए रेगुलर एक्सरसाइज भी जरूरी है। अगर आपको लंबे समय से घुटनों में दर्द है, तो डॉक्टर से संपर्क करें।

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