एक्सपर्ट से जानें, क्या डायरिया होने पर खा सकते हैं आम

डायरिया पेट से जुड़ी समस्या है। कई बार फूड प्वाइजनिंग होने पर या बासी खा लेने पर या कोई खाना सूट न करने पर डायरिया हो सकता है। डायरिया होने पर मरीज को बहुत सोच-समझकर अपनी डाइट में बदलाव करने चाहिए। ऐसी चीजों का सेवन करना चाहिए, जो आसानी हजम हो सकता है और वह पोषक तत्वां से भी भरपूर होना चाहिए। दअरसल, डायरिया होने पर शरीर से काफी पानी बह जाता है, ऐसे में शरीर में इलेक्ट्रोलाइट के साथ-साथ कई तरह के पोषक ततवों की भी कमी हो जाती है। बहरहाल, कुछ लोग डायरिया होने पर आम का सेवन करते हैं। वहीं, कुछ लोगों का मानना है कि आम खाने से पेट गर्म हो जाता है, जिससे खराब हो सकती हैं अब सवाल ये उठता है कि इनमें से सच्चाई क्या है? इस संबंध में हमने डाइट एन क्योर की डाइटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट दिव्या गांधी से बात की। जानने के लिए लेख विस्तार से पढ़ें।

क्या डायरिया होने पर आम खा सकते हैं?-

वैसे तो आम खाना बिल्कुल सुरक्षित होता है। इसमें कई तरह के पोषक तत्व होते हैं, जैसे फाइबर आदि। गर्मी के दिनों में हर कोई आम का मजा लेता है। मैंगो शेक, मैंगो स्मूदी, कच्चा आम, पका आम की तरह-तरह की वैराइटी को अपनी डाइट का हिस्सा बनाते हैं। लेकिन, डायरिया होने की कंडीशन में आम खाने से बचना चाहिए। ऐसा इसलिए, क्योंकि आम में काफी ज्यादा मात्रा में फाइबर कंटेंट होता है। यही नहीं, इसमें सॉल्यूबल और इनसॉल्यूबल, दोनों तरह के फाइर कंटेंट होते हैं। हालांकि, इससे मल त्याग की प्रक्रिया सामान्य हो जाती है। लेकिन, कुछ मामलों में यह भी देखा जाता है कि आम डायरिया जैसी कंडीशन के लिए सही नहीं है।

डायरिया होने पर आम क्यों न खाएं
सॉल्यूबल फाइबर
सॉल्यूबल फाइबर पाचन तंत्र में सुधार करने के लिए जाना जाता है। इस तरह का फाइबर पाचन तंत्र में पानी को एब्साजर्ब करने में मदद कर सकता है। ऐसे में ढीला मल टाइट हो जाता है, जिससे दस्त से पीड़ित व्यक्ति को आराम मिल सकता है। हालांकि, हर व्यक्ति के साथ हो, यह जरूरी नहीं है।

इनसॉल्यूबल फाइबर
इनसॉल्यूबल फाइबर ह मल त्याग को उत्तेजित कर सकता है। ऐसे में अगर किसी को दस्त या डायरिया है, तो आम खाने से उनकी कंडीशन खराब हो सकती है। हालांकि, उन लोगों के साथ हो सकता है, जो आम को छिलके साथ खाते हैं। आम के छिलके में बड़ी मात्रा में इनसॉल्यूबर फाइबर होता है।

शुगर कंटेंट
आम में फ्रुक्टोज के साथ-साथ नेचुरल शुगर होता है। कुछ मामलों में, ज्यादा फ्रुक्टोज का सेवन करने से दस्त हो सकता है।

सेंसिटिविटी
कुल मिलाकर, यह कहा जा सकता है कि दस्त के दौरान आम खाना सुरक्षित है या नहीं, यह व्यक्ति की सेंसिटिविटी पर निर्भर करता है। कुछ लोगों को लग सकता है कि आम लक्षणों को कम करने में मदद करता है, जबकि कुछ लोगों की कंडीशन आम खाने से बिगड़ सकती है। अगर आपको आम सूट न करे, तो डायरिया होने पर आम का सेवन न करें।

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