भारंगी के सेवन से होते हैं ये 6 स्वास्थ्य लाभ, जानें इसके नुकसान भी

बगीचे का फूल कहा जाने वाला भारंगी स्वास्थ्य के लिए बहुत उपयोगी है। इसे ग्लोरी बाउल के नाम से भी जाना जाता है। इसकी जड़ें, पत्तियां और छाल कफ और वात दोष को शांत करने के लिए बेहद उपयोगी हैं। भूख बढ़ाने हो या कफ को दूर करना हो, बुखार को कम करना हो या सूजन को कम करना है, भारंगी बेहद उपयोगी है। बता दें कि इसके अंदर एंटी इन्फ्लेमेटरी, एंटी टॉक्सिक, एंटीसेप्टिक ऐपेटाइजर, एस्ट्रीनजेंट आदि पाया जाता है जो शरीर को कई समस्याओं से दूर रख सकता है। आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि भारंगी के उपयोग से सेहत को क्या-क्या फायदे हो सकते हैं। साथ इसके नुकसान के बारे में भी जानेंगे। पढ़ते हैं आगे.

1.सिर दर्द को दूर करें भारंगी- जो लोग सिरदर्द की समस्या से परेशान रहते हैं या जिन लोगों को माइग्रेन रहता है उन्हें बता दे कि भारंगी आपकी इस समस्या को दूर करने में बेहद उपयोगी है। बता दें कि भारंगी की जड़ से बना पाउडर को पानी में मिलाकर उसका पेस्ट बनाएं और उसे अपने माथे पर लगाएं। ऐसा करने से सिर दर्द की समस्या दूर हो जाती है। साथ ही सर हल्का महसूस होता है। लेकिन अगर आपको किसी भी प्रकार की स्किन एलर्जी है। तब इस पेस्ट का उपयोग अपनी त्वचा पर करने से पहले एक बार एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें।

2.बुखार से लड़े भारंगी- भारंगी के अंदर एंटीपायरेटिक गुण मौजूद होते हैं जो सर्दियों में होने वाले बुखार को दूर करने के साथ-साथ सर्दी, जुकाम से भी लड़ने में मदद करते हैं। यह गंभीर बुखार जैसे मलेरिया आदि को भी दूर रखते हैं। यह शरीर के तापमान को नियंत्रित करने और शरीर में ठंडक पहुंचाने का काम करते हैं। हालांकि इस विषय पर अभी और शोध चल रहे हैं पर एक्सपर्ट का मानना है कि बुखार को दूर करने में भारत के बीच प्रभावी है।

3.फोड़े और घाव कुमारी भारंगी- घाव को भरने में भी भारंगी बेहद उपयोगी है। बता दें कि भारंगी के अंदर गुण पाए जाते हैं। साथ ही यह एंटीसेप्टिक गुणों से भी भरपूर है। ऐसे में यह घाव को भरने के साथ-साथ फोड़े अल्सर आदि समस्याओं को भी दूर करने में बेहद उपयोगी है। इसके उपयोग के तौर पर आपको भारंगी के पत्तों का पेस्ट बनाना होगा और उसे घाव पर लगाना होगा ऐसा करने से घाव जल्दी भरता है। आप इस पेस्ट को किसी संक्रमण को दूर करने या जलन को कम करने के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

4.त्वचा के लिए भारंगी- गोरी और चमकदार त्वचा हर कोई चाहता है। ऐसे में इस इच्छा को भारंगी पूरा कर सकता है। बता दें कि भारंगी के अंदर रंग को निखारने के गुण पाए जाते हैं साथ ही यह फोड़े फुंसी को कम कर सकता है। अगर आप बेदाग त्वचा पाना चाहते हैं तो भारंगी के उपयोग से आप अपनी इस इच्छा को पूरा कर सकते हैं। बता दें कि भारंगी के पत्तों से बना पेस्ट और जड़ चेहरे की कई समस्याओं को दूर करने में बेहद उपयोगी है। लेकिन जैसा कि हमने पहले भी बताया कि अगर आपको किसी भी प्रक्रा की एलर्जी है तो इसका उपयोग अपनी त्वचा पर करने से पहले एख बार एक्सपर्ट से संपर्क करें।

5.जोड़ों के दर्द के लिए भारंगी- जब किसी व्यक्ति के जोड़ों में दर्द रहता है तो उसके रोजमर्रा के कार्यों पर भी प्रभाव पड़ता है। ऐसे में इस दर्द को दूर करने में भारंगी बेहद उपयोगी है। बता दें कि यदि कोई व्यक्ति अर्थराइटिस, सूजन, दर्द, गाउट आदि से परेशान है तो इस समस्या से लड़ने में भारंगी की मदद ली जा सकती है। वहीं अगर किसी व्यक्ति को जोड़ों को हिलाने में कठिनाई महसूस होती है या जोड़ों में सूजन है तो वे भारंगी के उपयोग से इस समस्या को दूर कर सकते हैं।

6 -सांस से संबंधित परेशानी के लिए भारंगी- सांस से संबंधित परेशानी जैसे अस्थमा, राइनाइटिस, सर्दी, जुकाम आदि को दूर करने में भी भारंगी बेहद उपयोगी है। बता दें कि आयुर्वेद में सांस से संबंधित समस्या को दूर करने में भारंगी को बेहतरीन माना जाता है। यह फेफड़ों से जमा बलगम को बाहर निकालता है और सांस की समस्याओं को बेहद आसानी से दूर करता है। ऐसे में अगर आपको कभी सांस लेने में कठिनाई हो को आप भारंगी का उपयोग कर सकते हैं।

भारंगी के नुकसान
बता दें कि किसी भी चीज की अति सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है ऐसा ही भारंगी के साथ भी है। अगर इसका सेवन सीमित मात्रा से बाहर किया जाए तो यह शरीर में कई प्रकार की एलर्जी को पैदा कर सकती है। हालांकि अभी तक इस तरह के कोई मामले सामने नहीं आए हैं। फिर भी इसके सेवन करने से पहले एक बार एक्सपर्ट से इसकी सीमित मात्रा का ज्ञान लेना जरूरी होता है।

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