इन 5 पौधों की पत्तियों में होते हैं इम्यूनिटी बढ़ाने वाले गुण

कोरोना वायरस महामारी ने हम सभी को रोग प्रतिरोधक क्षमता का महत्व समझा दिया है। यही कारण है कि इन दिनों बाजार इम्युनिटी बढ़ाने वाले काढ़े और अन्य उत्पादों से भरा पड़ा है। हालांकि इम्यूनिटी कोई ऐसी चीज नहीं है, जिसे 2-4 दिन में बढ़ाया जा सके। इसलिए इस प्रैक्टिस को लंबे समय तक जारी रखना पड़ेगा, तभी वायरस और दूसरी बीमारियों से बचाव संभव है। प्रकृति में बहुत सारी चीजें मौजूद हैं, जो इम्यूनिटी बढ़ाने का काम करती हैं। कई ऐसे पौधे भी हैं, जिनकी पत्तियों में एंटीवायरल गुण होते हैं, साथ ही ढेर सारे पोषक तत्व होते हैं, जो इम्यूनिटी बढ़ाने का काम करते हैं। आइए हम आपको बताते हैं ऐसे ही 5 पौधे, जिन्हें आप अपने घर में लगा सकते हैं और जो इम्यूनिटी बढ़ाने में आपकी मदद करेंगे।

गेंहूं का पौधा- लिस्ट में गेंहूं का पौधा सुनकर आपको हैरानी हो सकती है, लेकिन जब आप Wheat Grass के फायदे पढ़ेंगे, तो आप हैरान रह जाएंगे। गेंहूं को बोने के लिए बहुत अधिक स्पेस की जरूरत नहीं है। एक खाली गमले में 1 मुट्ठी गेंहूं भी डाल देंगे, तो काफी पौधे उग आएंगे। गेंहूं की पत्तियों में क्लोरोफिलस मैग्नीशियम, जिंक और आयरन की मात्रा बहुत ज्यादा होती है, जिसके कारण ये इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए जाना जाता है। गेंहूं की पत्तियों का इस्तेमाल करने के लिए 8-10 पौधों को जड़ सहित उखाड़ लें और इसे अच्छी तरह धो लें। अब इसको थोड़ा सा पानी डालकर जड़ सहित पीस लें और इसका जूस जैसा बनाकर पिएं। ध्यान रखें कि इसे पीने के बाद 1 घंटे तक कुछ न खाएं।

नीम भी है फायदेमंद- नीम की पत्तियां कड़वी जरूर होती हैं, मगर इसके औषधीय गुणों को देखें तो इसका कड़वापन आपके लिए बेमानी हो जाता है। नीम में पावरफुल एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। नीम की पत्तियों का सेवन करने से भी शरीर का इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और शरीर में रोगों और बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है। नीम का जूस पीने से खून की सफाई होती है, जिससे त्वचा पर चमक आती है और कील-मुंहासों की समस्या दूर हो जाती है। आप चाहें तो नीम की पत्तियों को उबालकर इसका पानी पी सकते हैं या फिर नीम को पीसकर इसका जूस भी पी सकते हैं। नीम के बोनसाई पौधे को आप घर में गमले में लगा सकते हैं। अगर घर बड़ा है और आपके पास जगह है, तो आप नीम का पेड़ भी लगा सकते हैं।

तुलसी का पौधा- तुलसी की पत्तियों को आयुर्वेद में बहुत फायदेमंद माना जाता है। हिंदू सभ्यता में भी इसका विशेष महत्व है। तुलसी की पत्तियों में एंटी-वायरल, एंटीबैक्टीरियल और एंटी इंफ्लेमेट्री गुण होते हैं। इसलिए इसके सेवन से आपकी इम्यून शक्ति को बढ़ाने में मदद मिलती है। तुलसी की पत्तियों को आप खांसी, जुकाम और दूसरे तरह के वायरल इंफेक्शन वाली बीमारियों में भी इस्तेमाल कर सकते हैं। तुलसी की पत्तियों को रोजाना सुबह काली चाय में डालकर पीने से आपकी इम्यूनिटी बढ़ेगी। अगर आप पहले से कोई काढ़ा बनाकर पी रहे हैं, तो उसमें तुलसी की 4-5 पत्तियां भी डाल लें। इससे फायदा बढ़ जाएगा। तुलसी को बहुत देर तक पानी में नहीं उबालना चाहिए, इसलिए चाय बनाएं तो छानने से 3-4 मिनट पहले ही तुलसी की पत्तियां डालें।

गिलोय भी है फायदेमंद- गिलोय एक ऐसा आयुर्वेदिक पौधा है, जिसपर कोरोना वायरस के इलाज के लिए आयुर्वेदाचार्यों ने सबसे ज्यादा भरोसा जताया है। गिलोय में किसी भी अन्य पौधे की अपेक्षा एंटी-वायरल गुण बहुत ज्यादा होते हैं, जिसके कारण ये गंभीर इंफेक्शन को भी खत्म कर सकता है। आप घर में एक गमले में गिलोय का पौधा भी लगा सकते हैं। गिलोय के इस्तेमाल के लिए इसके तने को तोड़ें और थोड़े से पानी में उबाल लें। इसके बाद छानकर इस पानी का सेवन करें। मिठास के लिए आप इसमें शुद्ध ऑर्गेनिक शहद या फिर गुड़ डाल सकते हैं। गिलोय पीने से इम्यून सिस्टम को बहुत फायदा मिलता है। गिलोय का ज्यादा सेवन न करें। दिन में 2 बार पीना ठीक रहेगा, इससे ज्यादा नहीं।

एलोवेरा का पौधा-  एलोवेरा सर्वगुण संपन्न पौधा है, जिसे ब्यूटी से लेकर रोगों को ठीक करने तक कई रूपों में प्रयोग किया जाता है। एलोवेरा की पत्तियों में भी ढेर सारे औषधीय गुण मौजूद होते हैं, जो आपको वायरस और इंफेक्शन से बचा सकते हैं। इसलिए आपके घर में एलोवेरा का पौधा जरूर होना चाहिए। इसका इस्तेमाल आप त्वचा और बालों की समस्याओं में भी कर सकते हैं। इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए एलोवेरा की पत्ती का एक छोटा टुकड़ा लें और इसके छिलके को उतारकर जेल अलग कर लें। इस इसे गुनगुने पानी के साथ जेली वाली टॉफी की तरह खा लें। एलोवेरा का इस्तेमाल भी बहुत ज्यादा नहीं करना चाहिए। आप चाहें तो अपनी डिशेज में भी ताजा पत्ती से निकाला हुआ एलोवेरा जेल डाल सकते हैं। ध्यान रखें, पैकेटबंद एलोवेरा जेल कभी भी न खाएं।

यह भी पढ़ें:

सुबह खाली पेट नीम की पत्तियां चबाने से सेहत को मिलते हैं ये 5 फायदे