क्या आपको भी लगता है कि केला यूरिक एसिड के मरीज नहीं खा सकते, तो जान लें इसे खाने का सही तरीका

आजकल के खराब खान-पान की वजह से लोग जीवनशैली से जुड़ी कई बीमारियों का शिकार होते जा रहे हैं. इन्हीं बीमारियों में से एक है हाई यूरिक एसिड. यूरिक एसिड किडनी द्वारा फ़िल्टर किया जाता है, लेकिन जब किडनी इसे फ़िल्टर नहीं कर पाती है, तो यह शरीर के जोड़ों में जमा होने लगता है. जिसके कारण धीरे-धीरे जोड़ों में दर्द की प्रॉब्लम होने लगती है.

दर्द के कारण लोगों को उठने-बैठने में होती है बहुत परेशानी. इसलिए समय रहते यूरिक एसिड पर कंट्रोल होना बहुत जरूरी है. बढ़े हुए यूरिक एसिड को कम करने में केला बहुत फायदेमंद होता है. आइए जानते हैं यूरिक एसिड को नियंत्रित करने में केला कितना कारगर है और इसका कैसे करें सेवन?

केला है फायदेमंद

केले में पोटैशियम की भरपूर मात्रा पाई जाती है जो यूरिक एसिड को पेशाब के द्वारा शरीर से बाहर निकाल देता है. साथ ही, केले में प्रोटीन की कम मात्रा इसे यूरिक एसिड रोगियों के लिए खाने के लिए उपयुक्त बनाती है और उच्च यूरिक एसिड के स्तर को सामान्य रखती है. ऐसे में यूरिक एसिड के मरीजों को अपनी डाइट में केला जरूर शामिल करना चाहिए.

केला खाने से दूर होती हैं ये प्रॉब्लम्स

केला पाचन को मजबूत बनाता है:-

फाइबर से भरपूर केला आपके पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है. दरअसल, केले में पेक्टिन नामक एक प्रकार का फाइबर होता है जो पाचन में सुधार करता है. केले के रोजाना उपयोग से कब्ज की प्रॉब्लम से भी राहत मिलती है.

एनीमिया को दूर करता है:-

केले में आयरन और फोलेट पाया जाता है जो एनीमिया को दूर करता है. रोजाना केले का उपयोग करने से शरीर में आयरन की कमी दूर हो जाती है. अगर आप एनीमिया से पीड़ित हैं तो अपने आहार में केला जरूर शामिल करें.

ऊर्जा देता है:-

केले को ऊर्जा का पावरहाउस कहा जाता है, केला खाने से आपको तुरंत ऊर्जा मिलती है. रोजाना 1 केले का उपयोग करने से आपके शरीर को तुरंत ऊर्जा मिलती है. केले आपको पूरे दिन ऊर्जा से भरपूर रखते हैं.

ऐसे करें केले का उपयोग :-

यूरिक एसिड के मरीज दिन में 3 से 4 केले का उपयोग कर सकते हैं. आप इसका उपयोग दूध में मिलाकर भी कर सकते हैं. हालांकि, ध्यान रखें कि केले में बहुत अधिक चीनी होती है और यह रक्त शर्करा में वृद्धि का कारण बन सकता है. इसलिए केले का उपयोग करने से पहले आपको एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए. और अगर आपको हाई एसिडीटी है तो नाश्ते के बाद केला लें. शाम के बाद केला बिलुकल न खाएं.

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