इंडिया गठबंधन को केजरीवाल से नई उम्मीद, कई घटक दल भेज रहे न्योता

दिल्ली के मुख्यमंत्री आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल को लोकसभा के चौथे चरण के चुनाव से ठीक पहले चुनाव प्रचार के लिए सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत से न केवल आप बल्कि विपक्षी गठबंधन आइएनडीआइए में शामिल पार्टियों को अपने चुनाव अभियान को और तेवर देने का मौका दिख रहा है। तभी बिना देरी किए आइएनडीआइए के कई घटक दलों ने अपने-अपने राज्यों में केजरीवाल को चुनाव प्रचार के लिए आने का निमंत्रण भेजना शुरू कर दिया है।

लोकसभा के चौथे चरण के चुनाव से ठीक पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद  केजरीवाल इंडी गठबंधन के लिए चुनाव प्रचार अभियान की नई उम्मीद बन गए हैं। शनिवार सुबह हनुमान मंदिर में दर्शन करने के बाद जोशीले तेवर अपनाते हुए उन्होंने एनडीए पर निशाना साधा। महाराष्ट्र बिहार उत्तरप्रदेश पश्चिम बंगाल में प्रचार के लिए इंडी गठबंधन के कई घटक दल उन्हें न्यौता भेज रहे हैं।इतना ही नहीं चुनाव के बाकी बचे तीन चरणों के दौरान आईएनडीआईए की कुछ संयुक्त रैलियों की भी योजना बनाई जा रही है। इसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री की सक्रिय भागीदारी होगी।

विपक्षी खेमे के एक वरिष्ठ नेता ने अनौपचारिक चर्चा में इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि जेल से बाहर आने के बाद अपने पहले सार्वजनिक संबोधन में अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी और पीएम मोदी की राजनीति पर हमले की रूपरेखा तैयार की है. नहीं, बाकी चुनाव प्रचार के दौरान विपक्ष इनका भरपूर इस्तेमाल करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा।

कांग्रेस के तीन प्रमुख नेताओं राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाद्रा और मल्लिकार्जुन खड़गे के अलावा अब तक कोई ऐसा नेता मैदान में नहीं था जो राष्ट्रीय स्तर पर विपक्ष के चुनाव अभियान को धार दे सके. पश्चिम बंगाल में जहां ममता बनर्जी अपना राजनीतिक गढ़ बचाने की कोशिश कर रही हैं, वहीं अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश में बीजेपी के रथ को रोकने की कोशिश कर रहे हैं। शरद पवार और उद्धव ठाकरे अपने राजनीतिक अस्तित्व को बचाए रखने की आखिरी लड़ाई लड़ रहे हैं और इसलिए महाराष्ट्र से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं।

उनका साफ कहना था कि इस लिहाज से केजरीवाल को शीर्ष अदालत से मिली जमानत ने विपक्ष को चुनाव के निर्णायक दौर में प्रचार अभियान में राजनीतिक ऊर्जा भरने का मौका दे दिया है। दिल्ली में आम आदमी और कांग्रेस के उम्मीदवारों का सातों सीट पर सघन प्रचार करने के साथ पंंजाब में भी अपनी पार्टी की चुनावी संभावनाओं में नई उम्मीद भरेंगे। पंजाब में कांग्रेस से उनका मुकाबला है मगर हरियाणा में गठबंधन है और इसलिए प्रचार के लिए उनका जाना तय है।

महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के साथ केजरीवाल की संयुक्त रैली तय किए जाने की मुंबई में शिवसेना यूबीटी के नेता घोषणा कर रहे हैं। लोकसभा चुनाव में विपक्ष महाराष्ट्र में अपने लिए बेहतर संभावनाएं देख रहा और केजरीवाल की प्रचार में भागीदारी से अभियान को नई गति मिलेगी। कांग्रेस के सियासी गलियारों में भी इस बात से इनकार नहीं किया गया कि आईएनडीआईए की कुछ संयुक्त रैलियों की अगले चरणों की योजना बनाई जा रही है, जिसमें पार्टी के शीर्ष नेता और केजरीवाल मंच साझा करेंगे।

उत्तरप्रदेश में सपा तो बिहार में राजद का नेतृत्व भी केजरीवाल को अपने उम्मीदवारों के प्रचार के लिए आमंत्रित करेगा। वैसे दिल्ली के मुख्यमंत्री ने जेल से रिहा होने के दूसरे दिन मीडिया से रूबरू होते हुए खुद भी ऐलान किया कि अगले 20 दिनों तक वह पूरे देश में भाजपा-मोदी के खिलाफ सघन प्रचार करने के लिए अपनी जिंदगी तक दांव पर लगाने से गुरेज नहीं करेंगे।

यह भी पढ़ें:

रोजाना करें इन 5 योगासनों का अभ्यास, रहेंगे फिट और तंदरुस्त