ट्रू कॉलर ऐप का ज्यादातर एंड्रॉयड यूजर्स ही उपयोग करते हैं, इस ऐप को हमेशा इसलिए उपयोग किया जाता है. ताकि इससे कॉल करने वाले के नाम के बारे में जानकारी मिल सके. लेकिन ट्रूकॉलर में भी नाम को एडिट करने का ऑप्शन होता है. जिस वजह से कई बार साइबर ठगी करने वाले लोग नाम को एडिट करके पुलिस वाला बनकर फ्रॉड करने की कोशिश करते हैं.
अगर आपके पास भी ट्रूकॉलर पर पुलिस या कोई धमकी भरा कॉल आए तो आप कॉल करने वाले को पल भर में पहचान कर सकते हैं. इसके लिए आपको अपने स्मार्टफोन में अलग से कोई ऐप भी इंस्टॉल करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
फ्रॉड करने वाले करते हैं ट्रूकॉलर का उपयोग
अभी हाल ही में देखा जा रहा है कि बहुत से लोगों के पास पुलिस के नाम से कॉल आती है. इसमें कॉल करने वाला व्यक्ति आपके परिवार के किसी सदस्य के किसी केस में फंसने की बात करता है. साथ ही कहता है कि अगर केस से बचाना है तो इतने रुपए अकाउंट में डाल दो. कुछ लोग पैनिक होकर पैसे ट्रांसफर भी कर देते हैं.
कुछ समय बाद जब पता चलता है तो पाते हैं कि कॉल करने वाला कोई पुलिस अधिकारी नहीं, बल्कि कोई स्कैमर था और उसने ट्रूकॉलर पर फर्जी आईडी बनाकर आपको कॉल किया था. ठगी के बाद जब आप साइबर सेल में कम्प्लेन करते हैं, तब तक पैसे तो चले जाते हैं. साथ ही अपराधी भी पुलिस की पहुंच से बहुत दूर जा चूका होता हैं.
ऐसे पता करे कॉल करने वाला असली है या नकली?
अगर आपके पास किसी पुलिस वाले के नाम से कॉल आए तो आप उसके असली और नकली होने का पता बहुत ही आसानी से कर सकते हैं. इसके लिए आपको बस गूगल पे, फोन पे और पेटीएम जैसे पेमेंट ऐप पर जाकर नंबर की जांच करनी होगी. इसके बाद उस कॉलर का असली नाम आपके सामने आ जाएगा. इस ट्रिक में आपको कोई दूसरा ऐप इंस्टॉल करने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
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