संदेशखालि में अशांति के मद्देनजर सदन में विरोध प्रदर्शन करने पर विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी सहित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के छह विधायकों को पश्चिम बंगाल विधानसभा से निलंबित कर दिया गया।अधिकारी के अलावा, अग्निमित्र पाल, मिहिर गोस्वामी, बंकिम घोष, तापसी मंडल और शंकर घोष को मौजूदा सत्र की शेष अवधि या 30 दिनों के लिए निलंबित कर दिया गया।
प्रश्नकाल की शुरुआत से ही भाजपा विधायकों ने उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखालि में मौजूदा अशांति को लेकर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।भाजपा विधायक सदन में ही नारेबाजी करने लगे, जिससे विधानसभा के अंदर हंगामा शुरू हो गया। प्रदर्शन कर रहे विधायकों ने सफेद रंग की शर्ट पहन रखी थी जिस पर लाल रंग से लिखा था ‘हम संदेशखालि के साथ हैं’।
इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस विधायक शोभनदेब चटर्जी को भाजपा विधायकों के निलंबन के लिए प्रस्ताव लाने की अनुमति दी।इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने भाजपा विधायकों को निलंबित कर दिया। बाद में चटर्जी ने कहा कि भाजपा विधायक सदन की मर्यादा और अनुशासन बरकरार नहीं रख रहे थे और हमेशा कार्यवाही बाधित करने की कोशिश की।
संदेशखालि में महिलाओं ने पिछले दिनों विरोध प्रदर्शन किया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि स्थानीय टीएमसी नेता शेख शाहजहां और उनके ”गिरोह” ने उनका यौन उत्पीड़न किया तथा उनकी जमीन के बड़े हिस्से पर बलपूर्वक कब्जा कर लिया है।उन्होंने शाहजहां की गिरफ्तारी की मांग की। शाहजहां के घर पर जब कथित राशन घोटाले की जांच के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का एक दल छापा मारने गया था, तो भीड़ ने दल पर हमला कर दिया था। शाहजहां इस घटना के बाद से फरार हैं।