हिमाचल में अग्निकांड, दो बच्चे सहित तीन जिंदा जले,सुक्खू ने जताया शोक

हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना में भीषण अग्निकांड हुआ है जहां आग लगने से तीन लोगों की मौत हो गई जिनमें एक महिला व उसके दो बच्चे शामिल हैं। इसके अलावा महिला का पति बुरी तरह से झुलस गया है जिसे क्षेत्रीय अस्पताल ऊना से पीजीआई चंडीगढ़ के लिए रेफर किया गया है।

पुलिस ने मृतकों की पहचान सुमित देवी (25) पत्नी विजय शंकर निवासी बाथु व उसका नौ माह का बेटा अंकित और पांच साल की बेटी नैना के रूप में हुई है। हालांकि आग लगने के कारणों का अभी तक खुलासा नहीं हो पाया है। पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है। वह मूल रुप से उत्तर प्रदेश की निवासी है जो रोजगार के लिए बाथु में अपने परिवार के साथ रहती थी।

यह मामला ऊना जिले के हरोली इलाके के गांव बाथु का है। यहाँ विजय शंकर अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ झुग्गी में रह रहा था और यहां मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार का भरण पोषण कर रहा था। लेकिन बीती रात अचानक ही झुग्गियों में आग लग गई जिससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई।

यह हादसा शनिवार-रविवार की दरम्यानी रात करीब 1250 बजे बाथू में पेश आई। फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। फायर ब्रिगेड की टीम ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया। उधर, पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। डीएसपी हरोली मोहन रावत ने मामले की पुष्टि की है।

उन्होंने बताया कि आग इतनी भीषण थी कि विजय शंकर अपनी पत्नी और दो बच्चों संग आग की चपेट में आने से बुरी तरह झुलस गया।इस दौरान महिला और दो बच्चों की जिंदा जल जाने के कारण मौत हो गई। जबकि व्यक्ति बुरी तरह से झुलसा जिसे स्थानीय अस्पताल से पीजीआई चंडीगढ़ के लिए रेफर किया गया।

मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ऊना जिले की हरोली तहसील के बाथू के पास कैलुआ गांव में शनिवार रात झोपड़ियों में लगी भीषण आग की घटना में एक महिला और दो बच्चों सहित तीन लोगों की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि इस घटना में महिला और उसके दो बच्चे जिंदा जल गए जो अत्यंत हृदयविदारक है। घटना में महिला का पति गंभीर रूप से घायल हो गया है जो पीजीआई चंडीगढ़ में उपचाराधीन है।

मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की है और शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त की। उन्होंने घायल व्यक्ति के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। उन्होंने जिला प्रशासन को पीड़ित परिवार को हरसंभव सहायता प्रदान करने के भी निर्देश दिए हैं।