प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज (रविवार) गुजरात के सूरत में हवाई अड्डे के नए एकीकृत टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल उनके साथ रहे।टर्मिनल भवन व्यस्त घंटों के दौरान 1200 घरेलू यात्रियों और 600 अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को संभालने की क्षमता रखता है। इसमें सर्वाधिक व्यस्त घंटों के दौरान की क्षमता को 3000 यात्रियों तक बढ़ाने का प्रावधान है।
साथ ही वार्षिक प्रबंधन क्षमता 55 लाख यात्रियों तक बढ़ जाएगी।यह टर्मिनल भवन एक तरह से सूरत शहर का प्रवेश द्वार है। इसलिए इसे स्थानीय संस्कृति और विरासत के साथ डिजाइन किया गया है। यह सुनिश्चित किया गया है कि यहां पहुंचे आगंतुकों को आंतरिक और बाहरी दोनों संस्कृतियों का प्रतिबिंब देखने को मिले। और उनमें स्थानीय स्थल के प्रति आकर्षण का भाव उत्पन्न हो।
अत्याधुनिक टर्मिनल भवन के अग्रभाग को इस तरह से डिजाइन किया जा रहा है कि सूरत शहर के ‘रांदेर’ क्षेत्र के पुराने घरों की समृद्ध और पारंपरिक लकड़ी के काम का अनुभव यात्रियों के मिल सके। जीआरआईएचए चतुर्थ के अनुरूप हवाई अड्डे का नया टर्मिनल भवन डबल इंसुलेटेड रूफिंग सिस्टम, ऊर्जा बचत के लिए कैनोपी, गर्मी को कम करने वाली डबल ग्लेजिंग यूनिट, वर्षा जल संचयन, जल उपचार संयंत्र, सीवेज उपचार संयंत्र और भू-निर्माण और सौर ऊर्जा संयंत्र के लिए पुनर्नवीनीकरण जल के उपयोग के अलावा अन्य दूसरी सुविधाओं से सुसज्जित है।