सिक्किम सरकार ने इस साल की शुरुआत में छात्र नेता पदम गुरुंग की मौत के मामले में दो पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया और नामची के पूर्व पुलिस अधीक्षक (एसपी) को कारण बताओ नोटिस भेजा है।एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी।
मुख्य सचिव वी बी पाठक ने बृहस्पतिवार को यहां पत्रकारों को बताया कि न्यायाधीश एन के वर्मा आयोग की रिपोर्ट की सिफारिशों पर कार्रवाई करते हुए राज्य सरकार ने नामची के पूर्व थाना प्रभारी दावा ल्हामू पाखरिन और उप निरीक्षक सिद्धार्थ सुब्बा को निलंबित कर दिया है। गुरुंग की मौत के मामले में प्रारंभिक जांच के दौरान उनकी भूमिका संदेह के घेरे में पाई गई थी।उन्होंने बताया कि मामले की ठीक तरीके से निगरानी न करने के लिए नामची के पूर्व एसपी मनीष कुमार वर्मा को कारण बताओ नोटिस भेजा गया है।
गुरुंग लापता होने के एक दिन बाद 28 जून को नामची के काजीतार इलाके में एक नाले में मृत पाया गया था।राज्य सरकार ने छात्र नेता की मौत की जांच के लिए जैन आयोग का गठन किया था। जैन आयोग ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि गुरुंग की मौत ”दुर्घटनावश” हुई थी।सिक्किम उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश ने गुरुंग की मौत के मामले पर अपनी रिपोर्ट बुधवार को मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग को सौंपी थी।