मेरठ मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में एक मरीज के तीमारदारों से मारपीट के आरोप में तीन जूनियर डॉक्टरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें निलंबित कर दिया गया है।
पुलिस क्षेत्राधिकारी अरविंद कुमार ने मंगलवार को बताया कि सोमवार रात कमालपुर गांव के निवासी देवेन्द्र के घर आये उसके एक रिश्तेदार के बेटे कुणाल (पांच) के हाथ की उंगलियां एक मशीन में फंस जाने से चोटिल हो गई थीं। परिजन उसका इलाज करने के लिए उसे मेरठ मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में लेकर गए थे।
उन्होंने बताया कि आरोप है कि इमरजेंसी वार्ड में मौजूद चार-पांच डाक्टरों ने बच्चे का उपचार शुरू किया। इस दौरान बच्चों के रोने पर परिजन ने डॉक्टर से उसका ठीक तरीके से इलाज करने को कहा। इस पर डॉक्टर भड़क गए और बात बढ़ने पर तीमारदारों से मारपीट की। मामले की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची तो आरोपी जूनियर डॉक्टर भाग गए।
कुमार ने बताया कि घटना के संबंध में पीड़ित पक्ष की तहरीर पर आरोपी डाक्टरों के खिलाफ बलवा, मारपीट तथा धमकी देने के आरोपों में मुकदमा दर्ज किया गया है।मेडिकल कालेज के प्राचार्य डाक्टर आर.सी.गुप्ता ने बताया कि बच्चे के अंगूठे में चोट लगी थी। अंगूठे पर बंधी पट्टी खोलकर घाव देखा जा रहा था।
घाव की गहराई जानने के लिए फोटो ली जा रही थी। तभी मोबाइल छीनने पर कहासुनी शुरु हुई और मारपीट हो गई।उन्होंने बताया कि घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर आया। वीडियो को संज्ञान में लेते हुए तीन जूनियर डाक्टरों को निलंबित कर जांच समित गठित कर दी गई है।